Edited By Deepak Kumar, Updated: 13 Jul, 2025 03:22 PM

फसलों में लगातार पानी जमा रहने के कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है और उन्हें फसल बर्बाद होने का डर सतान लगा है। वहीं कृषि विशेषज्ञों का भी कहना है कि लगातार जलभराव होने से फसल में जड़गलन होगा और फसल खराब होगी।
चरखी दादरी (पुनीत श्योराण) : इस मानसून सीजन में लगातार हो रही बारिश के चलते खेतों में पानी जमा हो गया है। फसलों में लगातार पानी जमा रहने के कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है और उन्हें फसल बर्बाद होने का डर सतान लगा है। वहीं कृषि विशेषज्ञों का भी कहना है कि लगातार जलभराव होने से फसल में जड़गलन होगा और फसल खराब होगी।
किसान दिनेश, सत्येंद्र, जयबीर, आनंद आदि ने बताया कि अधिक मात्रा में और लगातार बारिश होने से खेतों में पानी जमा हो गया है। जिससे कपास, बाजरा, ग्वार, मूंग आदि फसलें बर्बाद होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। जो फसलें छोटी थी वो तूफानी बारिश में मिट्टी में दब चुकी हैं। इसके अलावा बारिश के तुरंत बाद जो बिजाई की गई थी उसका अंकुरण ही नहीं हो पाया है। कृषि विभाग के डा. चंद्रभान श्योराण ने कहा कि जिन फसलों में पानी जमा है उनमें नुकसान की आशंका है। तीन दिन तक लगातार पानी जमा रहने से फसल में जड़ गलन रोग की आशंका बढ़ जाती है। फसलों से पानी निकासी के अलावा जड़गलन से बचने का कोई उपाय हैं। इसलिए जहां तक संभव हो फसल में पानी जमा ना होने दे और पानी निकासी का प्रबंध करें।
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