महिलाओं की मदद करना युवक को पड़ा भारी, 112 पर सूचना देने पर पुलिस ने सुनाई खरी खोटी
Edited By Ajay Kumar Sharma, Updated: 28 Jan, 2023 04:40 PM
प्रदेश में सेवा सुरक्षा सहयोग का नारा देने वाली हरियाणा पुलिस की कार्यप्रणाली पर फिर से सवाल उठने लगने लगे है।
फरीदाबाद(अनिल राठी): प्रदेश में सेवा सुरक्षा सहयोग का नारा देने वाली हरियाणा पुलिस की कार्यप्रणाली पर फिर से सवाल उठने लगने लगे है। देर रात 3 महिला और दो मासूमों को कड़कड़ाती ठंड में देखकर युवक ने 112 पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मदद के नाम पर अनजान वाहन में बैठाकर महिलाओं और बच्चों को रवाना कर दिया। साथ ही कॉल करके बुलाने वाले युवक को खरी खोटी सुनाई।
बता दें कि फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने कुछ दिन पहले यह आदेश जारी किया था कि यदि देर रात कोई भी महिला अकेली रोड पर खड़ी मिलती है तो पुलिस की गाड़ी से उसे उसके घर तक सुरक्षित पहुंचाना पुलिस का कर्तव्य है, लेकिन पुलिस उपायुक्त की इस मुहिम को उस समय कुछ पुलिसकर्मी पलीता लगाते हुए दिखाई दिए। जब देर रात सेक्टर 17 बाईपास पर बने पेट्रोल पंप पर एक मैनेजर ने तीन महिलाओं को कड़कड़ाती ठंड में ठिठुरते हुए देखा तो उसने इंसानियत के नाते पुलिस को सूचना दी। ताकि पुलिस इन लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा सके।
डायल करने के बाद पुलिस की एआरवी वेन वहां पहुंचती जरूर है, लेकिन वापस चली जाती है और तीनों महिलाएं सड़क के किनारे ही अपने बच्चों के साथ बैठी रहती हैं। इसके बाद पेट्रोल पंप का मैनेजर फिर एक बार से 1091 पर कॉल कर इन महिलाओं की मदद के लिए पुलिस को बुलाता है।
इस बार एक नहीं तीन पुलिस की गाड़ियां मौके पर पहुंचती है। इस दौरान पुलिस कर्मचारी उल्टे ही उन महिलाओं और कॉल करने वाले शख्स को डराना धमकाना शुरू कर देती है। यह मामला पेट्रोल पंप में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। हैरानी की बात तो यह है कि 2 घंटे गुजरने के बावजूद भी पुलिसकर्मी उन महिलाओं को खुद ना छोड़ने की वजह किसी अनजान शख्स के खुले टैंपू में बैठा कर रवाना कर देते हैं।
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