Edited By Isha, Updated: 14 Aug, 2025 12:22 PM

बाढड़ा अनाज मंडी में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चल रहे धरने के 27वें दिन भी जारी रहा। किसानों ने अंग्रेजों भारत छोड़ो और कॉरपोरेट खेती छोड़ो जैसे नारे लगाते हुए क्रांतिकारी चौक तक जुलूस निकाला
चरखी दादरी (पुनीत): बाढड़ा अनाज मंडी में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चल रहे धरने के 27वें दिन भी जारी रहा। किसानों ने अंग्रेजों भारत छोड़ो और कॉरपोरेट खेती छोड़ो जैसे नारे लगाते हुए क्रांतिकारी चौक तक जुलूस निकाला। इसके बाद नायब तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
किसानों ने मांगों के लिए अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया और क्रांतिकारी चौक पर नारे लगाए। किसानों ने पूर्व कृषि मंत्री जेपी दलाल की बीमा कंपनी के साथ मिलीभगत करके किसानों का मुआवजा नहीं देने के आरोप लगाए है। यदि सरकार समय रहते नहीं जगी तो किसान बड़े स्तर पर आक्रामक आंदोलन भी हो सकता है। सरकार की आंखे खोलने के लिए अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया क्योंकि सरकार ने किसानों के तन से कपड़ा उतार लिया है। किसानों ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने लोकसभा में कहा था कि और वर्ग जब प्रदर्शन करते हैं तो सरकार तोड़ते हैं लेकिन जब किसान प्रदर्शन करता है तो रीड की हड्डी तोड़ता है।

बता दें कि धरने की अध्यक्षता संयुक्त रूप से किसान सभा जिला प्रधान रणधीर कुंगड़, किसान मजदूर नेता राजकुमार, भारतीय किसान यूनियन भूप सिंह धारणी, एमएसपी मोर्चा नेता ब्रह्मपाल, सीटू नेता सुमेर सिंह ने की। किसान नेता रणधीर कुंगड़ ने कहा कि किसानों की मांगों में कृषि को डब्ल्यूटीओ से बाहर करना, नई कृषि विपणन नीति रद्द करना, मुक्त व्यापार समझौता समाप्त करना, एमएसपी गारंटी कानून लागू करना, किसानों का कर्ज माफ करना, बिजली निजीकरण व स्मार्ट मीटर रद्द करना, किसानों-व मजदूरों को बिजली बिल से मुक्त करना प्रमुख रूप से शामिल हैं।