Edited By Mohammad Kumail, Updated: 15 Jun, 2023 06:53 PM
बीते 6 जून से जिला जेल में बंद भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी सहित सभी किसान नेताओं को रिहाई मिल गई है। ‘जुल्म जोर की टक्कर में, संघर्ष हमारा नारा है’, ‘किसान एकता जिंदाबाद’ जैसे नारे के साथ सभी नेता जेल से बाहर निकले...
कुरुक्षेत्र (रणदीप/विनोद) : बीते 6 जून से जिला जेल में बंद भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी सहित सभी किसान नेताओं को रिहाई मिल गई है। ‘जुल्म जोर की टक्कर में, संघर्ष हमारा नारा है’, ‘किसान एकता जिंदाबाद’ जैसे नारे के साथ सभी नेता जेल से बाहर निकले। जेल के बाहर उनके स्वागत में भारी संख्या में किसान मौजूद रहे। इस दौरान जेल से निकलने वाले सभी नेताओं का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया गया।
जेल से बाहर निकलते ही पंजाब केसरी से बात करते हुए गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि ये लोगों की जीत है, ये उन किसानों की जीत है जो 45 डिग्री में भी सड़क पर बैठे रहे। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई लगातार जारी रहेगी और हम संघर्ष करते रहेंगे।

गौरतलब है कि बीते 6 जून को कुरुक्षेत्र के किसान भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी की अगुवाई में सूरजमुखी की एमएसपी को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने दिल्ली-चंडीगढ नेशनल हाइवे को करीब 7 घंटे तक जाम कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने हाईकोर्ट का हवाला देते हुए उनसे सड़क खाली करने की अपील की, लेकिन जब वे नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर उनको धरनास्थल से खदेड़ा और रोड खाली करवा दिया। इस दौरान पुलिस ने गुरनाम सिंह चढूनी सहित कई नेताओं को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया था। इसके बाद किसान इन नेताओं की रिहाई को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे थे। मंगलवार को किसानों और सरकार के बीच सहमति बनी थी कि उन्हें सूरजमुखी की फसल पर एमएसपी मिलेगी।
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