Edited By Deepak Kumar, Updated: 08 May, 2025 08:30 PM

भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान में घुसकर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारतीय सेना की ओर से दो महिला अधिकारियों ने मीडिया ब्रीफिंग की। भारतीय सेना के इन अधिकारियों में एक का नाम सोफिया कुरैशी है, तो दूसरे का...
डेस्कः भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान में घुसकर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। इस एयर स्ट्राइक में दर्जनों आतंकी मारे गए और सैकड़ों घायल बताए जा रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारतीय सेना की ओर से दो महिला अधिकारियों ने मीडिया ब्रीफिंग की। भारतीय सेना के इन अधिकारियों में एक का नाम सोफिया कुरैशी है, तो दूसरे का नाम व्योमिका सिंह। व्योमिका सिंह इंडियन एयरफोर्स में विंग कमांडर। आइए आपको विंग कमांडर व्योमिका सिंह के बारे में....
कौन हैं व्योमिका सिंह?
एयरफोर्स विंग कमांडर व्योमिका सिंह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की रहने वाली हैं। भारतीय वायु सेना में वह एक विशेषज्ञ हेलिकॉप्टर पायलट के रूप में कार्यरत हैं। विंग कमांडर व्योमिका छठी कक्षा में पढ़ रही थीं। विंग कमांडर सिंह के लिए भारतीय वायुसेना की यात्रा बहुत पहले ही शुरू हो गई थी। उनका नाम "व्योमिका" जिसका अर्थ है आकाश की बेटी, उनके बचपन की महत्वाकांक्षा को दर्शाता है। स्कूल के दिनों से ही वह उड़ान भरने के लिए दृढ़ संकल्पित थीं।
वह नेशनल कैडेट कोर (NCC) में शामिल हुईं, इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और आखिरकार अपने परिवार में सशस्त्र बलों में शामिल होने वाली पहली महिला बनीं। 18 दिसंबर, 2019 को उन्हें हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में भारतीय वायुसेना की उड़ान शाखा में स्थायी कमीशन दिया गया।
मिसाइल स्ट्राइक में हरियाणवी बहू का कनेक्शन
अचानक से व्योमिका सिंह चर्चा में है। असल में विंग कमांडर व्योमिका सिंह सभ्रवाल, जिन्होंने हाल ही में पाकिस्तान में सफल मिसाइल स्ट्राइक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देकर चर्चा में आई हैं वो व्योमिका सिंह हरियाणा के भिवानी जिले के बापौड़ा गांव की बहू हैं। व्योमिका सिंह का जन्म लखनऊ में हुआ है।
व्योमिका के हसबेंड ग्रुप कैप्टन दिनेश सभ्रवाल भारतीय वायुसेना में सेवारत हैं और उनके ससुर श्री प्रेम सभ्रवाल, जोकि सेवानिवृत्त DETC अधिकारी हैं, बापोड़ा गांव के सम्मानित निवासी हैं। बापोड़ा गांव से ही जनरल वीके सिंह भी हुए हैं।
25 हजार घंटे से अधिक उड़ान घंटों का अनुभव
विंग कमांडर व्योमिका ने 25 हजार घंटे से अधिक उड़ान घंटों के अनुभव के साथ विशेष रूप से चेतक और चीता जैसे हेलिकॉप्टरों को दुर्गम और चुनौतीपूर्ण इलाकों में उड़ाने में माहिर हैं। वे अपने परिवार की पहली महिला सदस्य हैं, जिन्होंने पिछले 21 वर्षों से एयरफोर्स में सेवा देते हुए देश की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
2021 में पर्वतारोहण अभियान में लिया भाग
साल 2017 में प्रमोशन के बाद उन्हें विंग कमांडर का पद मिला और 2019 में उन्हें फ्लाइंग ब्रांच में स्थायी कमीशन प्रदान किया गया। वे 2020 में अरुणाचल प्रदेश में चलाए गए एक प्रमुख बचाव अभियान का हिस्सा रहीं। इसके अलावा 2020 में उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में एक महत्वपूर्ण बचाव अभियान का नेतृत्व किया, जिसमें नागरिकों को निकालने के लिए विषम परिस्थितियों में उड़ान भरी। 2021 में उन्होंने 21,650 फीट ऊंचे माउंट मणिरंग पर हुए पर्वतारोहण अभियान में भी भाग लिया।
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