Edited By Isha, Updated: 18 Dec, 2024 05:16 PM
प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए दिल्ली एनसीआर में फिर ग्रैप- 4 की पाबंदियां लागू हो चुकी हैं। इससे विकास कार्य फिर बाधित हो जाएंगे। हालांकि, जिले का प्रदूषण का स्तर अभी बहुत ज्यादा तो नहीं है मगर जिले के एनसीआर में होने के कारण
रेवाड़ी: प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए दिल्ली एनसीआर में फिर ग्रैप- 4 की पाबंदियां लागू हो चुकी हैं। इससे विकास कार्य फिर बाधित हो जाएंगे। हालांकि, जिले का प्रदूषण का स्तर अभी बहुत ज्यादा तो नहीं है मगर जिले के एनसीआर में होने के कारण ग्रैप-4 के नियमों का पालन जरूरी है। मंगलवार को अधिकतम प्रदूषण का स्तर 233 के आसपास दर्ज किया गया है।
दिन में धूप तो निकली, मगर प्रदूषण के कारण तपिश कम ही महसूस हुई। शाम 5 बजे के बाद प्रदूषण का असर दिखाई दिया। फिलहाल आने वाले दिनों में प्रदूषण का स्तर और बढ़ने की संभावना है। दूसरी तरफ 3 साल में पहली बार ग्रैप 4 की दो बार पाबंदियां अधिक समय तक लागू हुई हैं।
ग्रैप-4 के कारण जिला में कंस्ट्रक्शन एवं डेमोलिशन से संबंधित सभी प्रकार की गतिविधियों के अलावा बोरिंग, ड्रिलिंग, मिट्टी खुदाई और भराई, ओपन ट्रेंच सिस्टम द्वारा सीवर लाइन, पानी की लाइन, ड्रेनेज और इलेक्ट्रिक केबलिंग आदि बिछाना, ईंट व चिनाई के कार्य, पेंटिंग, पॉलिशिंग और वार्निशिंग कार्य, टाइल्स, पत्थरों और अन्य फ़्लोरिंग सामग्री की कटिंग, सड़क निर्माण गतिविधियां और मरम्मत, परियोजना स्थलों के भीतर व बाहर ईंटें, रेत, कंकड़, पत्थर आदि जैसी धूल पैदा करने वाली सामग्रियों का स्थानांतरण, लोडिंग व अनलोडिंग, कच्ची सड़कों पर निर्माण सामग्री ले जाने वाले वाहनों की आवाजाही पर पाबंदी है।