Edited By Isha, Updated: 04 Oct, 2024 06:00 PM
गूगल साइबर अपराध और स्कैमर्स की छुट्टी करने के लिए एक नया प्रोजेक्ट लाया है। कंपनी ने 3 अक्टूबर को आयोजित अपने गूगल फॉर इंडिया इवेंट में घोषणा की कि वह भारत में धोखाधड़ी का पता लगाने वाला पायलट लाएगा। इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर
डेस्कः गूगल साइबर अपराध और स्कैमर्स की छुट्टी करने के लिए एक नया प्रोजेक्ट लाया है। कंपनी ने 3 अक्टूबर को आयोजित अपने गूगल फॉर इंडिया इवेंट में घोषणा की कि वह भारत में धोखाधड़ी का पता लगाने वाला पायलट लाएगा। इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर (I4C) की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2024 के पहले चार महीनों में, भारतीयों ने साइबर अपराधियों के कारण कथित तौर पर ₹1,750 करोड़ (212 मिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक) खो दिए हैं।
इसलिए, इससे निपटने के लिए, Google भारत में अपना फ्रॉड डिटेक्शन पायलट प्रोजेक्ट ला रहा है। इस पर Google ने कहा कि वे अपडेट किए गए फ्केरॉड प्रोटेक्शन के साथ Google Play Protects का विस्तार कर रहे हैं। गूगल का इस फीचर को लाने का उद्देश्य साइबर अपराध और स्कैमर्स का पता लगाने वाले पायलट को लाकर आपको सुरक्षित रखना है।
क्या है fraud detection pilot?
fraud detection pilot एक एडवांस टेक्नोलॉजी वाला फीचर है, जो ऑटोमैटिक संदिग्ध ऐप को स्कैन और एनालिसिस करके ब्लॉक कर देता है। उदाहरण के लिए आप कोई ऐप इंस्टॉल करते हैं और फीचर को यह संदिग्ध लगता है कि यह ऐप इंस्टॉल होने से रोक देगा। साथ ही ऐप डाउनलोड भी नहीं होगा। अगर आप बाद में इसे डाउनलोड करने की कोशिश भी करेंगे, तो आपको ऐसा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।