Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 29 Oct, 2025 10:36 PM

आरसी रिन्यू कराने के नाम पर दस्तावेज लेकर मर्सडीज गाड़ी को किसी दूसरे को देने का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत पीड़ित ने डीएलएफ फेज-2 थाना पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गुड़गांव, (ब्यूरो): आरसी रिन्यू कराने के नाम पर दस्तावेज लेकर मर्सडीज गाड़ी को किसी दूसरे को देने का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत पीड़ित ने डीएलएफ फेज-2 थाना पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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पुलिस के मुताबिक, अरावली अपेरल के डायरेक्टर संजीत मलिक ने शिकायत में कहा कि उन्होंने साल 2009 में एक मर्सडीज गाड़ी 40 लाख रुपए में खरीदी थी। इस गाड़ी का रजिस्ट्रेशन मार्च 2014 तक वैलिड था। यह गाड़ी उनकी कंपनी के पूर्व डायरेक्टर रणधीर सिंह मलिक द्वारा प्रयोग की जा रही थी। रणधीर सिंह मलिक ने उन्हें एक ईमेल के जरिए गाड़ी का रजिस्ट्रेशन रिन्यू कराने के लिए दस्तावेज मांगे जो उन्हें उपलब्ध करा दिए गए। इसके साथ ही उन्होंने एक ईमेल ट्रांसपोर्ट विभाग हरियाणा को भी भेज दी ताकि आरसी की डिटेल उन्हें ईमेल पर भी भेज दी जाए, लेकिन विभाग की तरफ से कोई रिप्लाई नहीं आया।
उन्होंने शिकायत में बताया कि उन्हें पता लगा कि रणधीर सिंह ने अपने बेटे विनीत मलिक के साथ मिलकर गाड़ी के फर्जी दस्तावेज तैयार कर गाड़ी को ट्रांसफर करा दिया जिसके कारण उन्हें 40 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। इस पर उन्होंने पुलिस को शिकायत दी। डीएलएफ फेज-2 थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।