Edited By Rakhi Yadav, Updated: 23 Jul, 2018 03:07 PM
समाज की मुख्यधारा से अलग हो चुके वंचित वर्ग के लोगों के बच्चों को वापस मुख्यधारा में लाने की खास मुहिम जिला बाल कल्याण परिषद जींद ने शुरू की है। इसके पहले चरण में वंचित वर्ग के बच्चों के आधार...
जींद(ब्यूरो): समाज की मुख्यधारा से अलग हो चुके वंचित वर्ग के लोगों के बच्चों को वापस मुख्यधारा में लाने की खास मुहिम जिला बाल कल्याण परिषद जींद ने शुरू की है। इसके पहले चरण में वंचित वर्ग के बच्चों के आधार कार्ड से लेकर बर्थ सर्टीफिकेट आदि बनवाने शुरू किए गए हैं। अगले महीने इन बच्चों के लिए इवनिंग क्लासेज शुरू करवाई जा रही हैं। जिला बाल कल्याण परिषद ने रात्रि जन चेतना के नाम से यह खास मुहिम जींद के रधाना गांव से शुरू की। इसमें रधाना गांव के वंचित वर्ग के बच्चों के लिए पढ़ाई का खास इंतजाम किया गया।
ऐसे बच्चों के आधार कार्ड बनवाए गए और जन्म प्रमाण पत्र बनवाने की तमाम औपचारिकताएं जिला बाल कल्याण परिषद ने अपने स्तर पर पूरी करवाई। अब जिला बाल कल्याण परिषद रात्रि जन चेतना कार्यक्रम के तहत ग्रामीण और शहरों में स्लम एरिया के वंचित वर्ग के लोगों पर अपना फोकस कर रही है।
जिला बाल कल्याण परिषद की योजना यह है कि शहरी क्षेत्र के स्लम एरिया और ग्रामीण क्षेत्र में वंचित वर्ग के बच्चों और महिलाओं को कागज से लिफाफे आदि बनाने जैसे वह काम सिखाए जाएं जिनमें निवेश की बहुत कम जरूरत होती है लेकिन इससे ठीक-ठाक पैसा कमाया जा सकता है।