Edited By Manisha rana, Updated: 30 Mar, 2023 12:52 PM

हरियाणा के साथ-साथ उत्तर भारत में हुक्के पीने को भाईचारे और शान समझा जाता रहा है। आजकल हुक्के के पीने का चलन इस कदर बढ़ रहा है...
गोहाना (सुनील जिंदल) : हरियाणा के साथ-साथ उत्तर भारत में हुक्के पीने को भाईचारे और शान समझा जाता रहा है। आजकल हुक्के के पीने का चलन इस कदर बढ़ रहा है कि शहर में हुक्के बार खुल रहे है। इन हुक्का बार में नई युवा पीढ़ी के युवक हुक्का पीते मिलेंगे। इन हुक्का बार में युवाओं को अलग-अलग फ्लेवर के तंबाखू परोसे जा रहे है। खास बात यह कि हुक्का पीने के आदी लोग दिन में करीब एक घंटे तक का समय केवल हुक्का पीने में खर्च कर रहे हैं। हुक्के पीने के कारण नई पीढ़ी के युवा व महिलाएं भी हुक्का पीने के आदि हो रहे है जिसके कारण वह गंभीर बीमारियों के शिकार भी हो रहे है।
तंबाकू के सेवन से मरीजों की संख्या में हुआ इजाफा
गोहाना के गांव खानपुर में स्थित भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कालेज में डॉ आनद अग्रवाल ने बताया कि पहले से हरियाणा में हुक्के पीने का चलन रहा है। आज कल हुक्के और ई सिगरेट पीने का प्रचलन ज्यादा ही बढ़ गया है। हर जगह हुक्का बार भी खुल रहे है जहां पर बहुत से प्रकार के तंबाकू परोसे जा रहे है। जो काफी तंबाकू सेवन करने के युवा खासकर आदि हो रहे है। उन्हें एक प्रकार से तंबाकू सेवन करने की लत लग जाती है, इसे एक दम छुड़वाया नहीं जा सकता। धीरे काउंसलिंग और दवाइयों के जरिए तंबाकू पीने की लत से मुक्ति दिलवाई जा सकती है। जो लोग हुक्के, सिगरेट, बीड़ी, सिगरेट, गुटखे का सेवन से केंसर, दमा जैसी बीमारी लोगों को जकड़ रही है। वहीं रोजाना तंबाकू के सेवन से मरीजों की संख्या में इजाफा भी हो रहा है।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)