Edited By Mohammad Kumail, Updated: 19 Sep, 2023 07:25 PM
नूंह हिंसा मामले में फिरोजपुर विधायक मामन खान को अलग-अलग चार दिन की रिमांड के बाद आज जिला अदालत में पेश किया गया था। मामन को आज एफआईआर नंबर 137 में पेश किया गया था...
नूंह (अनिल मोहानिया) : नूंह हिंसा मामले में फिरोजपुर विधायक मामन खान को अलग-अलग चार दिन की रिमांड के बाद आज जिला अदालत में पेश किया गया था। मामन को आज एफआईआर नंबर 137 में पेश किया गया था। एसआईटी टीम ने मामन खान को कोर्ट में पेश किया, जहां से चार दिन की पुलिस रिमांड के बाद नूंह हिंसा के संबंध में एसआईटी किसी प्रकार के कोई सबूत मामन खान के खिलाफ पेश नहीं कर सकी। जिसके बाद जिला अदालत ने मामन खान को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसी मामले को लेकर नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने मंगलवार को जिला कांग्रेस कार्यालय पर पत्रकार वार्ता की।
प्रेस वार्ता में कांग्रेस विधायक ने कहा कि नूंह हिंसा के मास्टरमाइंड कौन है अभी तक इसकी जांच ना कर पुलिस निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर जेल में भेजने का काम कर रही है। इतना ही नहीं, विधायक मामन खान इंजीनियर की चार दिन के रिमांड के बाद भी पुलिस उनके नूंह हिंसा से जुड़े कोई ठोस सबूत पेश न कर सकी, लेकिन विधायक को न्याययिक हिरासत में भेज दिया गया है। जिससे पता चलता है कि विधायक मामन खान का नूह हिंसा से कोई भी लेना देना नहीं है और अदालत में पुलिस द्वारा पेश करने पर विधायक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
आफताब अहमद ने कहा कि इस मामले में सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात है कि जिस व्यक्ति ने नासिर-जुनैद हत्याकांड की शिकायत नगीना थाने में दर्ज कराई थी। नगीना पुलिस ने इस 62 वर्षीय बुजुर्ग के खिलाफ नगीना थाने में 136 नंबर मुकदमा दर्ज कर सबसे पहले नंबर पर लिया है। जिससे पता चलता है कि मेवात के प्रति हरियाणा सरकार की किस तरह की मंशा है। उन्होंने कहा कि वो पहले दिन से ही कह रहे हैं अगर नासिर व जुनैद के मामले में फिरोजपुर झिरका पुलिस ढील नहीं बरतती तो आज यह दिन देखने को नहीं मिलते, ये हिंसा और नासिर-जुनैद की हत्या नहीं होती।
उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इस हिंसा की जांच की जाए और उन लोगों को कड़ी सजा दी जाए जो इसके सूत्रधार हैं और हिंसा करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि मेवात में आज भी हिंसा के नाम पर एकतरफा कार्रवाई की जा रही है और मेवात के हजारों लोगों को उनके आशियाना उजाड़ कर बेघर कर दिया गया है। जिससे लगभग 100 करोड़ रुपए का नुकसान मेवात के लोगों का हुआ है। आफताब ने कहा कि उन्होंने विधानसभा में भी और आज यहां भी मांग कि है नूंह हिंसा की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज से कराई जाए, ताकि इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
इस दौरान पुन्हाना से कांग्रेस के विधायक मोहम्मद इलियास ने कहा कि मेवात के हिंसा मामले में चुप बैठे कुछ राजनीतिक घरानों के द्वारा मेवात के लोगों और कांग्रेस के विधायक को पकड़वाने का काम कर रहे हैं। आने वाले समय में मेवात की जनता उन्हें सबक सिखाने का काम करेगी। मेवात की जनता को जब-जब इन नेताओं की जरूरत पड़ी है इन्होंने चुप रहकर और मेवात के जनता के खिलाफ बोलकर उनके साथ धोखा देने का काम किया है।
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