Edited By Isha, Updated: 05 Dec, 2024 02:04 PM
बिल विवाद को लेकर फायर ब्रिगेड विभाग और महिला एवं बाल कल्याण में ठन गई। नौबत यहां तक पहुंच गई कि फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने महिला एवं बाल कल्याण कार्यालय की बिजली ही काट दी।
करनाल: बिल विवाद को लेकर फायर ब्रिगेड विभाग और महिला एवं बाल कल्याण में ठन गई। नौबत यहां तक पहुंच गई कि फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने महिला एवं बाल कल्याण कार्यालय की बिजली ही काट दी।
महिला एवं बाल विकास ऑफिस क्योंकि फायर ब्रिगेड परिसर में ऊपरी मंजिल में चलता है। अब बिजली कटने पर विभाग के अधिकारी कोई आपत्ति भी दर्ज नहीं करा पा रहे हैं। इस वजह से कार्यालय 7 दिन से अंधेरे में डूबा हुआ है।हालांकि यह कार्यालय फायर ब्रिगेड परिसर मेें तत्कालीन डी.सी. के आदेश पर ही शिफ्ट किया गया था तब बिल व अन्य खर्चों को लेकर कोई बात नहीं हुई थी। इसलिए दोनों विभागों की अपनी अपनी मजबूरी है।
हालांकि महिला एवं बाल कल्याण ऑफिस के अधिकारियों ने बताया कि हम तो समाज कल्याण का ही काम कर रहे हैं। ऐसे में फायर ब्रिगेड विभाग के अधिकारियों का यह तरीका तो ठीक नहीं है। दूसरी ओर फायर ब्रिगेड विभाग के अधिकारी ने बताया कि वह इस बिल को जस्टिफाई ही नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में ज्यादा बिल आने से उनकी जवाबदेही हो रही है। वह क्या जवाब दें, इसलिए उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है।
कार्यालय बंद किया तो लग जाएगी गैर-हाजिरी : इधर महिला एवं बाल विकास ऑफिस बंद नहीं कर सकते क्योंकि इस हालत में विभाग के सभी कर्मचारियों की गैर-हाजिरी लग जाएगी। इसलिए कार्यालय में आना उनकी मजबूरी है लेकिन लाइट न होने की वजह से कोई काम नहीं कर पा रहे हैं। बिजली न होने से परेशान यहां के कर्मचारियों ने बताया कि फाइलों पर भी काम करना मुश्किल हो रहा है क्योंकि अंधेरे की वजह से सही से दिखता नहीं है। इसलिए हाथ पर हाथ रख ही पूरा दिन बैठना पड़ रहा है।
इधर महिला एवं बाल विकास की अपनी बिल्डिंग भी बनकर तैयार हो गई है। वहां तभी कार्यालय शिफ्ट किया जा सकता है, जब आदेश आएंगे क्योंकि अपने स्तर पर अधिकारी इस तरह का निर्णय नहीं ले सकते हैं। बिल्डिंग की बाबत भी डी.सी. और आला अधिकारियों को जानकारी है।