Edited By Gourav Chouhan, Updated: 20 Sep, 2022 04:41 PM

नाराज छात्र अपने साथी के साथ ट्रेन में बैठ कर अपने घर से कोसों दूर पहुंच गया था, जिन्हें गाजियाबाद से बरामद कर परिजनों को सौंप दिया गया है।
पलवल(दिनेश): पिता की डांट से नाराज होकर घर से भागे बच्चे को परिजनों से मिलवाने में स्टेट क्राइम ब्रांच पलवल की टीम ने सफलता प्राप्त की। नाराज छात्र अपने साथी के साथ ट्रेन में बैठ कर अपने घर से कोसों दूर पहुंच गया था, जिन्हें गाजियाबाद से बरामद कर परिजनों को सौंप दिया गया है।
स्कूल जाने की बजाए ट्रेन में सवार होकर गाजियाबाद पहुंचे बच्चे
जानकारी के अनुसार पलवल के राजीव नगर के रहने वाले पूर्व सूबेदार राजिंदर सिंह ने बताया कि उनके पड़ोस में किराए के मकान में हरी सिंह व कप्तान सिंह अपने परिवार के साथ रहते है। 17 सितंबर को हरी सिंह उसके पास आया और कहा कि उसका बेटा गोविंद दूसरी कक्षा का छात्र है। वह सुबह घर से स्कूल जाने के लिए निकला था, लेकिन स्कूल नहीं पहुंचा है। उन्होंने अपने बेटे की काफी तलाश भी की, लेकिन उसका कही कुछ पता नहीं लग पाया। यही नहीं कप्तान सिंह का पुत्र कृष्णा भी घर से लापता है। जिसके बाद उन्होंने दोनों के लापता होने की लिखित शिकायत किठवाड़ी चौकी में दी।
परिवार से मिलकर बच्चे हुए खुश, परिजनों ने जताया टीम का आभार
18 सितंबर को स्टेट क्राइम ब्रांच की पलवल टीम ने उनसे संपर्क किया और बताया कि दोनों बच्चे गाजियाबाद स्थित अनाथ आश्रम में है। स्टेट क्राइम ब्रांच पलवल की टीम के प्रभारी एसआई संजय भडाना ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गाजियाबाद स्थित अनाथ आश्रम में दो बच्चे हैं, जोकि अपने आप को पलवल का बता रहे हैं। बच्चों के नाम गोविंद और कृष्णा है। इसके बाद उन्होंने स्वयं बच्चों से बात की। बच्चों से बात करने के बाद उन्हें पता लगा कि दोनों बच्चे राजीव नगर के रहने वाले हैं। इसके बाद मंगलवार को आज स्टेट क्राइम ब्रांच पलवल की टीम ने दोनों बच्चों को सकुशल उनके परिवार से मिलवा दिया है। परिवार से मिलने के बाद दोनों बच्चे भी काफी खुश नजर आए। वहीं बच्चों के परिजनों ने भी स्टेट क्राइम ब्रांच की टीम का तहे दिल से धन्यवाद किया।
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