मुख्यमंत्री ने आक्रामक अंदाज में विपक्ष को दिया जवाब

Edited By Naveen Dalal, Updated: 07 Aug, 2019 10:11 AM

chief minister responded to the opposition in an aggressive manner

तेरहवीं विधानसभा की आखिरी बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कड़क अंदाज में विपक्षी दलों के सवालों का जवाब देने के साथ ही उनके समय में किए विकास कार्यों को बताया। उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों से सेवाभाव से दायित्व का निर्वहन किया और हरसंभव...

चंडीगढ़ (बंसल/ पांडेय) : तेरहवीं विधानसभा की आखिरी बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कड़क अंदाज में विपक्षी दलों के सवालों का जवाब देने के साथ ही उनके समय में किए विकास कार्यों को बताया। उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों से सेवाभाव से दायित्व का निर्वहन किया और हरसंभव व्यवस्था परिवर्तन करने का काम किया। विपक्षी दलों को चैलेंज करते हुए कहा कि यदि आंकड़े निकाले जाएं तो उनके 5 वर्ष दौरान हुए विकास कार्य पूर्व की सभी सरकारों पर भारी पड़ेंगे।

उन्होंने कहा कि यह विधानसभा का 15वां सत्र है और मानसून सत्र करने की परंपरा हमारी सरकार ने ही शुरू की और अब तक विधानसभा की 85 सीटिंग हुई जो रिकार्ड है। उन्होंने बेहतर सदन चलाने के लिए स्पीकर व डिप्टी स्पीकर का धन्यवाद किया। वहीं मुख्यमंत्री के जवाब देने के समय इनैलो ने वाकआऊट किया तो कई मुद्दों पर कांग्रेस विधायक करण दलाल के साथ तीखी नोक-झोंक भी हुई। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और किरण चौधरी सदन से नदारद रहे।

5 अगस्त 2019 का दिन देश के लिए ऐतिहासिक
मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 अगस्त,1947 का दिन भारतीय इतिहास में आजादी का दिन होता है उपरांत 5 अगस्त, 2019 का दिन भी जम्मू-कश्मीर की लोगों के लिए ऐतिहासिक है। इस दिन प्रधानमंत्री व गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर को 2 हिस्सों में केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा देने के लिए राज्यसभा में विधेयक पारित करवाया। उन्होंने कहा कि वहां अब एक विधान एक निशान होगा। उन्होंने विधानसभा में इस निर्णय हेतु सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करने के लिए कांगे्रस, इनैलो व निर्दलीय विधायकों का आभार व्यक्त किया। कांग्रेस ने विधानसभा में प्रस्ताव का समर्थन किया इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व सी.एल.पी. नेता किरण चौधरी का विशेष आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने इस बिल पर कहा कि भारत के नव निर्माण में प्रमुख होगा। ‘अभी तो यह अंगड़ाई है और लड़ाई तो अभी बाकी है।’

एस.वाई.एल. के पानी के लिए सरकार गंभीर
मुख्यमंत्री ने कहा कि सतलुज यमुना ङ्क्षलक नहर का पानी प्रदेश को मिले, इसके लिए सरकार प्रयासरत है। एस.वाई.एल. मुद्दे की सुनवाई 3 सितम्बर को होनी है और प्रदेश ने इस मुद्दे को सुलझाने हेतु 3 सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने एस.वाई.एल.पर जो प्रैजीडैंशियल रैफरैंस 12 साल से अटका था,की अगली सुनवाई करवाई और आज यह विषय हल की ओर बढ़ रहा है। जल एक महत्वपूर्ण विषय है। राज्य का जल स्तर हर साल 5 से 15 फुट नीचे जा रहा है। इसके अलावा पानी की गुणवत्ता में भी खराबी हो रही है। हरियाणा ने जल बचाने की दिशा में धान उत्पादन क्षेत्रों अन्य वैकल्पिक फसलों के उत्पादन हेतु योजना शुरू की है। रेणुका और किशाऊ डैम पर भी काम शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट इनैलो नेता अभय सिंह चौटाला ने सदन से वाकआऊट कर दिया। 

किसी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला 
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने किसी भी कर्मचारी को घर नहीं जाने दिया,चाहे उसकी नियुक्ति किसी भी प्रकार से हुई हो। तत्काल योजना के तहत किसानों को जारी किए कनैक्शन मुख्यमंत्री ने कहा कि तत्काल योजना के तहत किसानों को बिजली के कनैक्शन जारी कर दिए हैं,केवल 9 कनैक्शन तकनीकी कारणों से लंबित हैं। इसके अलावा उनकी सरकार ने पंचायतों को अधिकार, भूतपूर्व सरपंचों इत्यादि को मानदेय, जिला परिषदों के सालाना बजट में बढ़ौतरी, छात्र संघ के चुनाव कराना, लैपटॉप योजना को शुरू करना, विभिन्न प्रकार की पैंशन को 2000 रुपए करना, कैरोसीन मुक्त हरियाणा, भावांतर भरपाई योजना, अंत्योदय केंद्र, सरल केंद्र के साथ-साथ, मेरा परिवार मेरी पहचान जैसी योजना को लागू करने सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्य व योजनाएं लागू की हैं।

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