Edited By Deepak Kumar, Updated: 07 Apr, 2025 02:48 PM

अल सुबह से पहुंचने पर भी किसान मंडी में अपनी सरसों की फसल बेचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। टोकन व्यवस्था ढीली होने कारण किसानों को परेशानियां हो रही हैं। उठान प्रक्रिया धीमा होने के कारण इस समय सरसों व गेहूं से पूरी मंडी अटी पड़ी है।
चरखी दादरी (पुनीत श्योराण) : साहब…फसलों की कटाई करें या फिर काम-काज को छोड़कर भूखे-प्यासे अपने वाहनों के साथ लाइनों में खरीद का इंतजार करें। अल सुबह से पहुंचने पर भी मंडी में अपनी सरसों की फसल बेचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। टोकन व्यवस्था ढीली होने कारण किसानों को परेशानियां हो रही हैं। उठान प्रक्रिया धीमा होने के कारण इस समय सरसों व गेहूं से पूरी मंडी अटी पड़ी है। वहीं अनाजमंडी में किसान व मजदूरों को मात्र 10 रूपये में खाना मिलेगा। विधायक सुनील सांगवान ने अनाज मंडी में अटल किसान-मजदूर कैंटीन का शुभारंभ किया। मार्केट कमेटी सचिव द्वारा मंडी में व्यवस्थाओं के पुख्ता प्रबंधों का दावा किया है।
सरसों व गेहूं की मंडियों में आवक में आई तेजी
बता दें कि इस समय सरसों व गेहूं की मंडियों में आवक में काफी तेजी आई है। किसान अपने वाहनों में अनाज लेकर मंडी में बेचने पहुंच रहे हैं। बावजूद इसके टोकन व्यवस्था ढीली होने के कारण किसानों को घंटों लाइनों में लगना पड़ रहा है। किसान राजबीर सिंह, उमेद सिंह इत्यादि ने कहा कि इस समय गेहूं की कटाई करें या फिर अपनी फसल बेचने के लिए मंडी में इंतजार करें। ऐसे में किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खरीद के लिए मंडी के बाहर लगी वाहनों की लाइनों की यातायात व्यवस्था संभालने के लिए भी पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी।
अटल किसान-मजदूर कैंटीन का किया शुभारंभ
अनाज मंडी में विधायक सुनील सांगवान ने अटल किसान-मजदूर कैंटीन का शुभारंभ किया। कैंटीन में अब किसानों व मजदूरों को 10 रुपए में खाना मिलेगा। मार्केट कमेटी सचिव विजय कुमार ने बताया कि कैंटीन शुरू हो गई है जिसे महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप द्वारा संचालित किया जा रहा है। मंडी में आने वाले किसान व मजदूरों को मात्र 10 रुपये में भोजन की थाली उपलब्ध करवाई जा रही है। वहीं उन्होंने मंडी में सभी व्यवस्थाओं के पुख्ता प्रबंधों का दावा किया। साथ ही कहा कि इंट्री गेट पर कंप्यूटर ऑपरेटरों के अलावा कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई है, ताकि किसानों को लाइनों में नहीं लगना पड़े। गेहूं और सरसों की खरीद प्रक्रिया सुचारू है और उठान प्रक्रिया में भी तेजी लाई जा रही है। एक-दो दिन में किसान या आढ़तियों को कोई परेशानी नहीं होगी।
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