Edited By Nitish Jamwal, Updated: 30 May, 2024 03:37 PM
![cattle farmers are worried about their animals due to increasing heat](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_5image_15_36_574024575cattlenew-ll.jpg)
सिरसा में लगातार बढ़ती गर्मी से पशुपालक अपने पशुओं को लेकर परेशान नजर आ रहे हैं। वहीं किसानों को उनकी फसल खराब होने की चिंता सता रही है।
सिरसा (सतनाम सिंह): सिरसा में लगातार बढ़ती गर्मी से पशुपालक अपने पशुओं को लेकर परेशान नजर आ रहे हैं। वहीं किसानों को उनकी फसल खराब होने की चिंता सता रही है। एक और जहां उधान विभाग के अधिकारी किसानों को अपनी फसल के रखरखाव के तरीके बता रहे हैं, तो वहीं पशु चिकित्सक पशुपालकों को पशुओं के रखरखाव करने के नए-नए तरीके बता रहे हैं। पशुपालन विभाग की ओर से पशुपालकों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग के पशु चिकित्सा डॉ कुलभूषण वधवा ने बताया कि जिला सिरसा पशुपालन एवं डेयरी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर सुखविंदर सिंह के दिशा निर्देश अनुसार लगातार गांव में पशु पालकों को जागरूक किया जा रहा है और कैंपों के जरिए पशुओं को गर्मी से बचाव के उपाय बताया जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पशुपालक अपने पशुओं को ठंडी व छायादार जगह पर बांधे और अगर गांव में तालाब है तो पशुओं को सुबह-शाम को तालाब में छोड़े। इसके साथ-साथ पशुओं के खान-पान पर विशेष ध्यान रखें।
ये तरीका रखेगा पशुओं का ध्यान
उधान विभाग अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि ज्यादा तापमान होने से फल वाले पौधों को इसका नुकसान होने की उम्मीद है। वहीं सब्जियां भी इस मौसम में खराब हो सकती हैं। इसके लिए किसानों को अपनी फसल के रखरखाव को बेहतर बनाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि इसके लिए जमीन में पराली दबाकर पानी देना चाहिए, ताकि ज्यादा समय तक पानी रहे और जमीन में नमी बनी रहे। वहीं उन्होंने कहा कि जहां पर बाग लगे हुए हैं, वहां पर किसानों को खरपतवार निकलवा कर पराली जमीन में दबा देनी चाहिए और उसमें भी पानी लगना चाहिए ताकि जमीन में नमी बनी रहे और हर दूसरे तीसरे दिन जमीन को पानी देना चाहिए जिससे मिट्टी का तापमान संतुलित रहे।
वहीं किसानों व पशुपालकों का कहना है कि गर्मी बढ़ने से उनकी फसल को काफी नुकसान पहुंच रहा है और पशुओं को भी नुकसान पहुंचा रहा है। उन्होंने बताया कि वो अपने पशुओं को दिन में 2 से 3 दिन बाद नहला रहे हैं और छायादार जगह पर बांधकर गर्मी से बचाव कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पशुओं के आगे कूलर व पंखे भी लगा दिए गए हैं ताकि पशुओं को गर्मी से राहत मिले। वहीं उन्होंने कहा कि गर्मी के कारण उन्हें ट्यूबल बार-बार चलना पड़ रहा है जिससे बिजली की खपत बढ़ रही है और उन पर एक्स्ट्रा बोझ भी पड़ रहा है।
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