Edited By Yakeen Kumar, Updated: 09 Jan, 2025 08:19 PM
हरियाणा के विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि क्षमताओं और ज्ञान का विस्तार करना जीवन मे निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है। ज्ञान का विस्तार समय की जरूरत है।
चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी) : हरियाणा के विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि क्षमताओं और ज्ञान का विस्तार करना जीवन मे निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है। ज्ञान का विस्तार समय की जरूरत है। प्रशिक्षण हमारे कौशल और प्रतिभा को ओर अधिक बेहतर बनाने एवं ज्ञान को विकसित करने में मदद करता है। साथ ही प्रशिक्षण से हमें अपने काम को बेहतर ढंग से करने में मदद मिलती है।
विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण सेक्टर 26 स्थित महात्मा गांधी राज्य लोक प्रशासन संस्थान में हरियाणा विधानसभा के अधिकारियों/कर्मचारियों के लिए आयोजित दो दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम के समापन अवसर पर बोल रहे थे।
हरविंद्र कल्याण ने कहा विधानसभा की कार्यशैली को और अधिक बेहतर बनाने के लिए इस कार्यकम का आयोजन किया गया। संस्थाओं में काम करने वालों की मेहनत से ही संस्थाएं आगे बढ़ती है। हम सभी को अधिक से अधिक ज्ञान निरंतर अर्जित करते रहना चाहिए और उसे दूसरों के साथ भी सांझा करते रहना चाहिए। विधानसभा सदस्यों को महत्वपूर्ण फीडबैक देने का कार्य सभी अधिकारी व कर्मचारी करते है जो कि बहुत ही महत्वपूर्ण है।
कल्याण ने कहा कि प्रदेश की उन्नति और समाज के भले की नीतियों में विधानसभा की अहम भागीदारी होती है।सोच को सकारात्मक बनाकर काम करने वालों को कामयाबी जरुर मिलती है। विधानसभा की प्रशिक्षण इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके माध्यम से अधिकारियों/कर्मचारियों को अपने दायित्व को समझने और उनका सही ढंग से निर्वहन करने में सहायता मिलती है।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण हमें बदलते समय के साथ विधायकों व प्रशासन में समन्वय बैठाने और नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करेगा। हम सभी को टीम के रूप में काम करना है और अपनी नेतृत्व क्षमता एवं कार्य दक्षता को बढ़ाना है। विधान सभा की कार्यवाही, नियम और विधायी प्रक्रिया का गहन अध्ययन करना, उन्हें समझना व त्वरित रूप से समस्या का हल करना जरूरी है। अधिकारियों व सदस्यों को समय पर सही सूचना उपलब्ध करवाने की क्षमता कर्मचारियों में जरूरी है।
हरविंद्र कल्याण ने कहा कि प्रशिक्षण का यह क्रम निरंतर जारी रहे इसके लिए हमें प्रयासरत रहना चाहिए। सीखने का मौका जहां भी मिले ज्ञान प्राप्त कर लेना चाहिए। हम अपने ज्ञान में जितनी अधिक वृद्धि करेंगें उतनी ही सकारात्मकता से हम अपने कार्य को सम्पन्न कर सकेगें। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम 8जनवरी को शुरू हुआ था जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री नायब सिंह ने किया था।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में पूर्व मुख्य सचिव केसनी आनंद अरोड़ा ने प्रेरणा और कार्यालय शिष्टाचार के बारे में, संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान लोकसभा के विषय विशेषज्ञों ने विधानसभा के विभिन्न क्रियाकलापों की विस्तार से जानकारी दी। इससे पूर्व राज्यसभा में संयुक्त सचिव एवं एआईसीटीई में सलाहकार डॉ. राघव दास, लोकसभा सचिवालय में उपसचिव नीलेंदु कुमार, अवर सचिव फौजी बदरुद्दीन, संयुक्त निदेशक विजिता राय मालवीय, कार्यकारी अधिकारी हनी जे अंबनाट अलग अलग विषय पर व्याख्यान दिए।
इस मौके पर लोकसभा के संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान की निदेशक जुबी अमर, लोकसभा सचिवालय के उप सचिव सुनील मिनोचा, प्राइड में सहायक कार्यकारी अधिकारी राम आनंद समेत हरियाणा विधान सभा के सभी अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।