Edited By Saurabh Pal, Updated: 25 Sep, 2024 08:04 PM
हरियाणा की बावल विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी डॉ. कृष्ण कुमार के खिलाफ बुधवार को पार्टी के ही कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट गया। प्रचार कार्यक्रम में 2 घंटे की देरी के बाद भी नहीं पहुंचने से कार्यकर्ता इतने नाराज हुए कि पार्टी के झंडे...
रेवाड़ी/बावल(महेंद्र भारती): हरियाणा की बावल विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी डॉ. कृष्ण कुमार के खिलाफ बुधवार को पार्टी के ही कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट गया। प्रचार कार्यक्रम में 2 घंटे की देरी के बाद भी नहीं पहुंचने से कार्यकर्ता इतने नाराज हुए कि पार्टी के झंडे और टोपियां उतार फेंकी। इतना ही नहीं चुनाव में कैंडिडेट का विरोध करने की भी बात कही। डॉ. कृष्ण कुमार के शेड्यूल के अनुसार, उन्हें सुबह सवा 11 बजे गांव केशोपुर में चुनाव प्रचार करने के लिए पहुंचना था। इसके लिए बाकायदा गांव से काफी दूर पहले ही कार्यकर्ता डीजे लेकर उनका उनका स्वागत करने के लिए पहुंच गए।
ग्रामीण संदीप, मनोज आदि का कहना है कि डॉ. कृष्ण कुमार करीब 2 घंटे तक कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। इतना ही नहीं गांव में जब वह पहुंचे तो गांव के सबसे पुराने रास्ते की बजाय एक साल पहले बनाए गए नए रास्ते से गांव में चले गए। जबकि कार्यकर्ता पुराने रास्ते पर ही पेट्रोल पंप के पास उनका इंतजार करते रह गए। जैसे ही इसकी जानकारी कार्यकर्ताओं तक पहुंची तो उन्होंने विरोध शुरू कर दिया। डॉ. कृष्ण कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही डॉ. कृष्ण कुमार का चुनाव में विरोध करने की बात कही।
ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ चुनिंदा लोगों से घिरे डॉ. कृष्ण ने कार्यकर्ताओं का अपमान किया है। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने हाथों में लिए बीजेपी के झंडे और सिर पर पहनी हुई टोपी तक उतार फेंकी। इतना ही नहीं चुनाव में विरोध करने की भी बात कही।
डॉ. कृष्ण कुमार हेल्थ डिपार्टमेंट में डायरेक्टर के पद पर रहे हैं। सरकारी नौकरी छोड़ने के तुरंत बाद उन्हें बीजेपी ने बावल से प्रत्याशी बनाया, जबकि इस सीट पर सबसे बड़े दावेदार डॉ. बनवारी लाल का टिकट काट दिया गया। डॉ. कृष्ण कुमार को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर टिकट मिली है। जिसके बाद से ही डॉ. बनवारी लाल विरोध के कारण अपने घर शांत बैठे हुए हैं। अभी तक वह चुनाव प्रचार में भी नजर नहीं आए।