Edited By Gourav Chouhan, Updated: 05 Aug, 2022 05:45 PM
बसताड़ा गांव की गलियों में जलभराव की समस्या से त्रस्त ग्रामीणों महिलाओं ने घरौंडा के बी.डी.पी.ओ. कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया। ज्यादा मामला बढ़ने पर कार्यालय के कर्मचारियों को मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी।
घरौंडा(विवेक राणा): बसताड़ा गांव की गलियों में जलभराव की समस्या से त्रस्त ग्रामीण महिलाओं ने घरौंडा के बी.डी.पी.ओ. कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया। ज्यादा मामला बढ़ने पर कार्यालय के कर्मचारियों को मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी। बाद में बी.डी.पी.ओ. के गांव में पहुंचने पर सभी प्रदर्शनकारी गांव में पहुंच गए। गुस्साएं ग्रामीणों ने बी.डी.पी.ओ. व अन्य कर्मचारियों के सामने जमकर भड़ास निकाली। बी.डी.पी.ओ. ने मौके का हालात देखकर हुए माना कि समस्या बहुत ही भयंकर होने के कारण, इसका समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा।
बसताड़ा गांव में शिव मंदिर के पास मुख्य व छोटी गलियों में गंदा पानी भरा हुआ है। गली का लेवल नीचा होने और पानी की निकासी ना होने की वजह से गली का पानी लोगों के घरों तक में घुस चुका है। समस्या आज से नहीं, बल्कि कई वर्षो से हो रही है। गांव में पानी की निकासी के लिए तीन तालाब है, लेकिन तीनों ऑवरफ्लों है। आस-पास की गलियों का पानी भी इसी गली में आ रहा है। इस गली से पैदल निकलना बहुत ही ज्यादा मुश्किल है। बच्चों को भी स्कूल छोड़ने के लिए उन्हें कंधों पर उठाकर पानी की गलियों को पार करना पड़ता है। अधिकारियों की तरफ से कोई सुनवाई ना होने की वजह से ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने घरौंडा बी.डी.पी.ओ. कार्यालय में पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया। महिलाएं बी.डी.पी.ओ. ऑफिस के सामने डेरा डालकर बैठ गई। इतना ही नहीं बी.डी.पी.ओ. की गैरमौजूदगी में कार्यालय के कर्मचारियों और ग्रामीणों के बीच नोंकझोंक भी हुई। ग्रामीणों का आरोप है कि कर्मचारी दुव्र्यवहार कर रहे है। उनके गांव में पानी की निकासी नहीं हो रही। जिसकी वजह से गलियों में पानी खड़ा हुआ है, इसलिए वे कई बार अधिकारियों को पत्र लिख चुके है और समस्या के समाधान की गुहार लगा चुके है। लेकिन कोई हल नहीं हुआ, इसलिए उन्हें मजबूरन कार्यालय में आना पड़ा। बाद में उनको सूचना मिली कि बी.डी.पी.ओ. बसताड़ा गांव में पहुंच गए है। जिसके बाद सभी ग्रामीण अपना धरना प्रदर्शन समाप्त कर वापिस गांव चले गए। गांव में बी.डी.पी.ओ. के सामने ग्रामीणों ने अपनी समस्या रखी और मौजूदा हालातों से वाफिक करवाया। बी.डी.पी.ओ. ने भी माना कि समस्या गंभीर है। फिलहाल अभी इसका अस्थाई समाधान करवाया जाएगा, उसके बाद जोहड़ों की सफाई करवाकर स्थाई हल निकाला जाएगा।
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