Edited By Deepak Kumar, Updated: 27 Jan, 2025 07:18 PM
अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर यमुना का पानी जहरीला करने का आरोप लगाया है। इस बयान पर हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने पलटवार किया है और आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
डेस्क: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर यमुना का पानी जहरीला करने का आरोप लगाया है। इस बयान पर हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने पलटवार किया है और आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
हरियाणा सरकार पर लगाया यमुना के पानी को जहरीला करने का आरोप
बता दें अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को हरियाणा की भाजपा सरकार पर यमुना के पानी को जहरीला करने का आरोप लगाया है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोगों को पीने के लिए पानी हरियाणा और उत्तर प्रदेश से मिलता है। यमुना में हरियाणा से पानी दिल्ली में आता है। भाजपा की हरियाणा सरकार ने यमुना के पानी को जहरीला कर दिया है। हालांकि, जल बोर्ड ने उस पानी को दिल्ली में आने से रोक दिया। वहीं, मुख्यमंत्री आतिशी ने आरोप लगाया कि हरियाणा की ओर से यमुना में अत्यधिक अमोनिया वाला पानी छोड़ा जा रहा है। इसकी वजह से दिल्ली के 3 बड़े वाटर ट्रीटमेंट प्लांट वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला प्लांट बंद होने की कगार पर हैं। इस पर 30 फीसदी लोगों को पानी नहीं मिल पाएगा। उन्होंने इसके लिए हरियाणा सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर दोष मढ़ा है।
सैनी ने केजरीवाल के आरोपों को बताया बेबुनियाद
केजरीवाल के आरोपों पर हरियाणा के सीएम ने पलटवार किया और आरोपों को बेबुनियाद बताया है। हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि मैं दिल्ली के लोगों से मुलाकात की। लोगों ने बताया कि हरियाणा से 35 किमी दूरी के बाद ही लोगों दिल्ली में गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। केजरीवाल ने यमुना को साफ करने की बात कही थी, लेकिन अब 28 नाले गंदा पानी छोड़ रहे हैं। इसकी जिम्मेदारी उन्हीं की है। सैनी ने कहा कि केजरीवाल को लोग अब चलता करने वाले हैं।
अनिल विज ने केजरीवाल पर निशाना साधा
मुख्यमंत्री के बाद हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल झूठ बोलने की फैक्ट्री हैं। उन्होंने कहा कि जहां से दिल्ली में यमुना एंट्री करती है। वहां पानी की गुणवत्ता की जांच कर लो। फिर दिल्ली में पानी की गुणवत्ता को चेक कर लो। उन्हें अंतर साफ दिखाई देगा। दिल्ली में यमुना को साफ करना केजरीवाल का काम था, जिसे वह पूरा नहीं कर सके।
30 पुराना है हरियाणा-दिल्ली का ये विवाद
हरियाणा और दिल्ली के बीच यमुना जल विवाद, तीन दशक से भी ज़्यादा पुराना है। इस विवाद की वजह से दिल्ली को पानी की कमी का सामना करना पड़ता है। साल 2012 में मुनक नहर के बनने के बाद दिल्ली और हरियाणा के बीच विवाद शुरू हो गया था। उस समय दोनों राज्यों में कांग्रेस पार्टी और डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार थी।
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