Edited By Manisha rana, Updated: 25 Aug, 2024 09:28 AM
हरियाणा के पानीपत में सेक्टर-13-17 में पुलिस थाने के पास शराब के ठेके के पास युवक का शव पेड़ पर फंदे से लटका मिला। जानकारी के मुताबिक युवक ने एक साल पहले लव मैरिज की थी। वह अपनी पत्नी को उसके मायका से लाना चाहता था, लेकिन लड़की की मां ने एक करोड़...
पानीपत (सचिन शर्मा) : हरियाणा के पानीपत में सेक्टर-13-17 में पुलिस थाने के पास शराब के ठेके के पास युवक का शव पेड़ पर फंदे से लटका मिला। जानकारी के मुताबिक युवक ने एक साल पहले लव मैरिज की थी। वह अपनी पत्नी को उसके मायका से लाना चाहता था, लेकिन लड़की की मां ने एक करोड़ रुपए लाकर दिखाने की बात कही। जिससे लड़का परेशान रहने लगा। इतना ही नहीं लड़की के समालखा थाना में तैनात एसआई मौसा ने युवक को केस में फंसाने की धमकी दी। इन सब बातों से आहत होकर युवक ने फंदा लगाकर जान दे दी। युवक की जेब में एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार अपनी पत्नी, उसकी मां, उसके मौसा, मामा को ठहराया है। परिजनों ने सेक्टर 13-17 थाना पुलिस ने चारों के खिलाफ शिकायत दी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी देते हुए मृतक शोभित (24) के पिता धर्मपाल ने बताया कि वह जाटल रोड का रहने वाला है। शोभित से बड़ी उसकी तीन बेटियां मनीषा, प्रियंका व रेणू है। शोभित सेक्टर 13-17 में एक शराब ठेके पर सेल्समैन का काम करता था। शोभित मंगलवार सुबह काम पर गया था। वह रात को घर नहीं आया। उन्होंने अपने स्तर पर उसकी तलाश की लेकिन उसका कोई पता नहीं लगा। सुबह उन्हें सूचना मिली कि सेक्टर 13-17 में शराब ठेके के पास पेड़ पर शोभित का शव फंदे से लटका हुआ है। वह सूचना मिलते ही यहां पहुंचे। पुलिस ने शव को फंदे से उतारा। उसकी जेब में एक सुसाइड नोट मिला।
ये लिखा है सुसाइड नोट में
मैं शोभित पुत्र धर्मपाल निवासी पूजा विहार कॉलोनी, जाटल रोड का रहने वाला हूं। मेरी लव मैरिज 26 मार्च 2023 को पानीपत कोर्ट में हुई थी। मैंने उसको अब अपने घर लाने के लिए उसकी मां से बात की थी। मनीषा व उसकी मां रीना टीनू राठी ने उसको एक करोड़ रुपए लाकर दिखाने की बात कही। इससे मैं मानसिक रूप से परेशान रहने लगा। मनीषा का मौसा रमेश समालखा पुलिस थाना में इंस्पेक्टर है। उसने उसके मामा राजेंद्र देशवाल को 18 अगस्त को समालखा पुलिस थाना में बुलाकर धमकाया। उसने कहा कि इनकी लव मैरिज कैंसल करवाओ नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना। उसने इनके दबाव में 20 अगस्त को जो इन्होंने कहा वह लिखकर दे दिया। इसके बाद भी उसको इतना टॉर्चर किया गया कि वह जान देने को मजबूर हो गया। मेरी मौत के जिम्मेदार पत्नी उसकी मां व मौसा इंस्पेक्टर है। मुझे राजेंद्र मामा जी, माता जी, पापा जी, मेरी बहनों, मेरे भाइयों माफ कर देना, मैं जिंदगी से हार गया।
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