Edited By Isha, Updated: 03 Jul, 2025 11:58 AM

केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत के डिनर मामले ने सुर्खियां क्या पकड़ी, अंदरखाते मुख्यमंत्री खेमा भी डैमेज कंट्रोल में जुट गया है। चाहे यह औपचारिक डिनर रहा हो लेकिन ऐसी सुर्खियों से सरकार
चंडीगढ़: केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत के डिनर मामले ने सुर्खियां क्या पकड़ी, अंदरखाते मुख्यमंत्री खेमा भी डैमेज कंट्रोल में जुट गया है। चाहे यह औपचारिक डिनर रहा हो लेकिन ऐसी सुर्खियों से सरकार की छवि पर फर्क पड़ सकता है।
हरियाणा में 10 साल से अधिक के भाजपा कार्यकाल के दौरान यह तीसरा मौका है जब सरकार को अंदरूनी रूप से ही चुनौती मिली हो। मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान भी कुछ विधायकों के एकजुट होने से ऐसे ही सुर्खियां बनी थी लेकिन बाद में सभी विधायकों को मना लिया गया था। चर्चाओं की मानें तो करीब 6 विधायकों ने मुख्यमंत्री के पास पहुंच कर सफाई दी है कि इस डिनर का राजनीति से कोई लेना देना नहीं था।
मुख्यमंत्री से इन विधायकों ने की मुलाकात
मुख्यमंत्री नायब सैनी से मिलने वालों में गुरुग्राम से विधायक मुकेश शर्मा, सोहना से तेजपाल तंवर, बावल से डा. कृष्ण, नारनौल से ओम प्रकाश यादव, चरखी दादरी से सुनील सांगवान, बाढड़ा से उमेद पातुवास शामिल हैं। बताया जा रहा है कि 2 विधायकों को सी.एम. हाऊस से बुलावा आया था जबकि 4 खुद ही वहां पहुंचे थे। खास बात यह है कि 2 विधायक तो डिनर से पहले सी.एम. नायब सैनी से मुलाकात करने गए थे। हालांकि डिनर से लौटने के बाद उन्होंने सी.एम. से मुलाकात नहीं की।
राव इंद्रजीत के डिनर में इकट्ठा होना एक संयोग था
एक विधायक ने बताया कि मुख्यमंत्री से मिल कर बता दिया गया कि डिनर का राजनीति से कोई सरोकार नहीं था। वहां इकट्ठा होना केवल एक संयोग था। अब चाहे कुछ भी कहा जाए लेकिन इस मामले के गर्माने से प्रदेश में चर्चाएं गर्म है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राजनीति में मुलाकात तथा डिनरों को औपचारिक ही कहकर पल्ला झाड़ा जाता रहा है लेकिन इसके पीछे जरूर कोई मकसद होता है।
अब चाहे यह विधायक मुख्यमंत्री से मिलकर सफाई दे या फिर इकट्ठे होने को संयोग करार दे लेकिन डिनर में जाने वाले विधायकों पर अब अहीरवाल के राजा की छाप लग गई है। यह भी सुना जा रहा है कि राव इंद्रजीत के डिनर में जाने वाले विधायक बहुत जल्द केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल से भी मुलाकात करेंगे। राव इंद्रजीत और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के बीच कैसे राजनीतिक रिश्ते रहे हैं यह भी कोई छिपा तथ्य नहीं है