Edited By Manisha rana, Updated: 22 Oct, 2024 02:39 PM
कृषि विभाग की ओर से ऐसे तीन किसानों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिन्होंने पराली को आग लगाई थी। वहीं पांच किसानों पर लगभग ₹20000 का जुर्माना भी किया गया है।
सिरसा (सतनाम सिंह) : सिरसा जिले में लगातार पराली को आग लगाने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इसको लेकर अब कृषि विभाग भी एक्शन मोड में नजर आ रहा है। कृषि विभाग की ओर से ऐसे तीन किसानों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिन्होंने पराली को आग लगाई थी। वहीं पांच किसानों पर लगभग ₹20000 का जुर्माना भी किया गया है। पराली को आग लगाने की घटनाओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन और कृषि विभाग संयुक्त रूप से किसानों को जागरूक करने में जुटा है। अलग-अलग माध्यम से किसानों को पराली नहीं जलाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है और विभाग और सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं के बारे में भी जानकारियां दी जा रही हैं।
5 किसानों पर लगाया ₹20 हजार जुर्माना, 3 पर FIR
कृषि उपनिदेशक डॉक्टर सुखदेव कंबोज ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि सिरसा में हरसक के माध्यम से कुल 16 जगह पर आगजनी की घटना मिली थी। उनमें से पांच जगह की पहचान कर पांचो किसानों पर ₹20 हजार जुर्माना किया गया है तो वहीं तीन किसानों पर एफआईआर दर्ज कर रेवेन्यू डिपार्टमेंट में रेड एंट्री दर्ज की गई है जो 2 साल तक एसपी पर अपनी कोई भी फसल को नहीं बेच पाएंगे। कृषि विभाग के उपनिदेशक सुखदेव सिंह ने मीडिया ने बताया कि धान की पराली नहीं जलाने को लेकर इस मुहिम की शुरुआत की गई है।
सिरसा के 11 गांव हैं रेड जोन में शामिल
जागरूकता वैन और अन्य के माध्यम से न केवल पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया जा रहा है बल्कि पराली के धुएं से स्वास्थ्य पर होने वाले नुकसान के बारे में भी अवगत करवाया जा रहा है। इसी के साथ पराली प्रबंधन कर भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने की जानकारी भी किसानों को दी जा रही है। पराली को मिट्टी में मिलाने व गांठ बनाने वाले किसान को ₹1 हजार प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि मिलेगी। रेड से ग्रीन जोन में आने वाले गांव की पंचायत को ₹1 लाख मिलेंगे। सिरसा के 11 गांव रेड जोन में शामिल हैं।
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