Edited By Shivam, Updated: 13 Apr, 2019 03:36 PM
राजनीति म्हैं कुछ बी संभव सै अर इसा होनी रहा सै इब्ब नीली पगड़ी आलेआं नै भगवांधारियां गेल हाथ मिला लिया सै। इसैते पहल्यां नीली पगड़ी आलेआं हरी पगड़ी आलेआं गेल होया करै ये। इब्ब इन्नै भगवांधारियां गेल दाल गलाई सै। हरी पगड़ी आलेआं का तो टेम ई इसा...
राजनीति म्हैं कुछ बी संभव सै अर इसा होनी रहा सै इब्ब नीली पगड़ी आलेआं नै भगवांधारियां गेल हाथ मिला लिया सै। इसैते पहल्यां नीली पगड़ी आलेआं हरी पगड़ी आलेआं गेल होया करै ये। इब्ब इन्नै भगवांधारियां गेल दाल गलाई सै। हरी पगड़ी आलेआं का तो टेम ई इसा चला रहै सै। पहल्यां घर की फूट होली फेर पार्टी टूटेगी। उसनै पाच्छै इनके नेता इनैन छोड़-छोड़ कै पाप लाग मै। इसतै बी बूटा चाचे की नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी खुस गी। इब्ब नीली पगड़ी आले बी इनैत छूट दे दियै सै। कदै मार-मार की तरै खै थे अट रब्ब तो न्यू लग्गै के बूरे टेम का तो राजनीति म्हैं नी साथी को ना होवै सै। बाकी जो कदर रह गी वा यू थी के इनका बाब्बा बी जल्दी सेणी रिहा होवैगा। उसके आव की आस म्हैं कार्यकत्र्ता तां म्है जितना जोर भरम था वा बी तते लगदा लग्गै। भतीजे नै तो दिल्ली आली पार्टी का साथ ले लिया सै इनका के बनैगा यू टेम बतावैगा।
-(प्रस्तुति: मीनू शर्मा)