Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 04 Sep, 2024 12:39 PM
इस संयंत्र की क्षमता 3000 टन प्रतिवर्ष की है, इसका लक्ष्य 300 करोड़ रुपये का अनुमानित सालाना राजस्व जुटाना है. इस सेक्टर में किसी प्राइवेट कंपनी द्वारा शुरू किया जाना वाला भारत का दूसरा संयंत्र है. इससे घरेलू उत्पादन बढ़ाने, आयात पर निर्भरता कम करने...
गुड़गांव, (ब्यूरो): भारत के सबसे बड़े खनन और औद्योगिक विस्फोटक निर्माताओं में से एक एसबीएल एनर्जी लिमिटेडने अपने टीएनटी विनिर्माण इकाई (टीएनटी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट) का उद्घाटन किया है. टीएनटी संयंत्र महाराष्ट्र में नागपुर के येनवेरा में कंपनी की 225-एकड़ की विनिर्माण फैसिलिटी में लगाई गई है. यह भारत में निजी क्षेत्र में इस प्रकार की दूसरी पहल है. इस अत्याधुनिक टीएनटी संयंत्र की सालाना क्षमता 3000 टन प्रतिवर्ष है और इससे सालाना 300 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होने का अनुमान है. यह संयंत्र विशेष रूप से निर्यात के लिए है और इससे एसबीएल एनर्जी को ऑस्ट्रेलिया, यूरोप और अमेरिका जैसे बाजारों में अपने निर्यात को तीन गुना करने में मदद मिलेगी।
एसबीएल एनर्जी का लक्ष्य आयात निर्भरता में कमी लाने, सप्लाई सिक्योरिटी सुनिश्चित करने, लागत दक्षता लाने और रक्षावि निर्माण (डिफेंस मैन्यू फैक्चरिंग ) को मजबूत करने के लिए टीएनटी के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना है. अवंसरचना (इन्फ्रास्ट्रक्चर), खनन और रक्षा जैसे उद्योगों में वृद्धि की वजह से इस संयंत्र से एसबीएल एनर्जी के ऑर्डर बुक और रेवेन्यू में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी। भारत के पूर्व रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने तीन सितंबर, 2024 को टीएनटी प्लांट का उद्घाटन किया. इस अवसर पर एसबीएल एनर्जी लिमिटेड के सीईओ आलोक चौधरी, प्रेसिडेंट दिव्यांश चौधरी और डिफेंस वर्टिकल के प्रेसिडेंट कर्नल शैलेंद्र पाठक सहित कंपनी की लीडरशिप टीम के अन्य सदस्य उपस्थित थे.
टीएनटी प्लांट की शुरुआत को लेकर एसबीएल एनर्जी लिमिटेड के चेयरमैन संजय चौधरी ने कहा, ''ठोस विनिर्माण क्षमता के साथ, हमारा टीएनटी संयंत्र बढ़ते औद्योगीकरण, निर्माण, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और खनन गतिविधियों के कारण विस्फोटकों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. यह संयंत्र स्वदेशी उत्पादन को प्रोत्साहित करने और रक्षा निर्यात को बढ़ावा देने के सरकार के मिशन के अनुरूप भारत के रक्षा अवसंरचना (डिफेंस इन्फ्रास्ट्रक्चर) को मजबूती प्रदान करने, आत्म-निर्भरता को बढ़ावा देने, देश की कुल रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने को लेकर हमारे रणनीतिक दृष्टिकोण का भी हिस्सा है. यह प्लांट हमारे सिविल एप्लीकेशन के बैकवॉर्ड इंटीग्रेशन में भी मददगार साबित होता है. इससे औद्योगिक एवं खनन विस्फोटक विनिर्माण के क्षेत्र में हमारी स्थिति और मजबूत होगी तथा वैश्विक स्तर पर सहयोग की संभावनाएं बढ़ेंगी. एक अहम रक्षा सामग्रियों के आपूर्तिकर्ता बनकर देश के भू-राजनीतिक प्रभाव को बढ़ाने में अपनी भूमिका निभाते रहेंगे. हमारी योजना भविष्य में समान क्षमता का एक और टीएनटी संयंत्र लगाने का है।
यह टीएनटी संयंत्रबम, तोप के गोले और अन्य विस्फोटकों समेत विभिन्न प्रकार की युद्ध सामग्री के उत्पादन में सहायक होने के साथ-साथ अधिक विश्वसनीय और शक्तिशाली विस्फोटकों के साथ मौजूदा शस्त्रागार के आधुनिकीकरण और उन्हें बेहतर बनाने में भी मदद करता है. नागपुर टीएनटी संयंत्र की स्थापना, भारत में विनिर्माण क्षमता का विस्तार करने और नए उत्पाद लॉन्च करने को लेकर एसबीएल एनर्जी के फंड डेप्लॉयमेंट (निधि नियोजन) की रणनीति का हिस्सा है.इससे पहले इसी साल, एसबीएल एनर्जी ने कई प्रमुख निवेशकों से ग्रोथकैपिटल के रूपमें 325 करोड़ रुपए जुटाए थे.
एसबीएल एनर्जी लिमिटेड के बारे में...
एसबीएल एनर्जी लिमिटेड भारत में औद्योगिक विस्फोटक का शीर्ष विनिर्माता है. इसकी स्थापना साल 2002 में हुई थी. कंपनी का मुख्यालय महाराष्ट्र के नागपुर में है. करीब तीन दशक से परिचालन कर रही एसबीएल एनर्जी देश के औद्योगिक विस्फोटक सेक्टर की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन गई है, जिसके पास करीब 10 फीसदी बाजार हिस्सेदारी है. कंपनी मुख्य रूप से खनन और इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में सक्रिय है और रक्षा क्षेत्र में अपनी मौजूदगी लगातार बढ़ा रही है. कंपनी की रायपुर में स्पेशल ब्लास्ट्स लिमिटेड नाम से रायपुर में एक और इकाई है. समूह पब्लिक सेक्टर यूनिट्स (पीएसयू), सरकारी संगठनों, संगठित और असंगठित क्षेत्रों, खनन ठेकेदारों, विस्फोटक डीलरों और निर्माण, तेल अन्वेषण, जल विकास और विभिन्न अन्य विभागों जैसे क्लाइंट्स को अपनी सेवाएं प्रदान करता है।