Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 07 Jul, 2025 06:52 PM

मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स ने अत्याधुनिक, पूरी तरह से एकीकृत (इंटीग्रेटेड) आभूषण विनिर्माण इकाई ज्वेलरी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट की शुरुआत की है. यह इकाई अपनी तरह की सबसे बड़ी है।
गुड़गांव ब्यूरो : दुनिया के पांचवें सबसे बड़े खुदरा आभूषण विक्रेता (ज्वेलरी रिटेलर) मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स ने अत्याधुनिक, पूरी तरह से एकीकृत (इंटीग्रेटेड) आभूषण विनिर्माण इकाई ज्वेलरी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट की शुरुआत की है. यह इकाई अपनी तरह की सबसे बड़ी है। मलाबार गोल्ड के 13 देशों में 400 से ज्यादा शोरूम हैं। यह जनरल पार्क में स्थित और 3.45 लाख वर्ग फुट में फैली, अपनी तरह की यह पहली एकीकृत विनिर्माण इकाई, भारत और जीसीसी देशों में समूह की 14 विनिर्माण इकाइयों में सबसे बड़ी है।
एकीकृत विनिर्माण इकाई में डिजाइनिंग, रिफाइनिंग, विनिर्माण मैन्यूफैक्चरिंग), क्वालिटी एश्योरेंस, हॉलमार्किंग, वेयरहाउसिंग और सप्लाई चेन मैनेजमेंट जैसे सभी प्रमुख कार्य एक ही परिसर में हो सकते हैं। इस इकाई में सालाना 4.7 टन से अधिक सोने के गहने और 1.8 लाख कैरेट हीरे के गहने बन सकते हैं। इसके अलावा इस यूनिट में हर वर्ष 78 टन सोने की रिफाइनिंग हो सकती है। इस इकाई में 18 राज्यों के 2,750 कुशल कारीगर काम कर रहे हैं और यहां वर्कफोर्स की सेफ्टी, सिक्योरिटी, बेहतरी और सुविधा भी सुनिश्चित की जाती है। इस इकाई के कुल कार्यबल (वर्कफोर्स) में से 40 प्रतिशत की भर्ती स्थानीय आबादी से की गई है और कुल कार्यबल में पुरुष और महिला का अनुपात 80:20 का है।
मलाबार ग्रुप के चेयरमैन एम. पी. अहमद, वाइस-चेयरमैन अब्दुल सलाम के.पी; मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के मैनेजिंग डायरेक्टर (इंडिया ऑपरेशंस) आशेर ओ; एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर निषाद ए के और मलाबार ग्रुप के शीर्ष मैनेजमेंट के अन्य सदस्यों, तेलंगाना सरकार के अन्य गणमान्य लोगों एवं शुभचिंतकों की गरिमामयी उपस्थिति में इस इकाई की शुरुआत हुई। उत्पादन क्षमता बढ़ने से समूह को ‘मेक इन इंडिया, मार्केट टू द वर्ल्ड’ के अपने विजन के अनुरूप भारत और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आक्रामक तरीके से अपने खुदरा कारोबार को बढ़ाने में मदद मिलेगी। मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स की सोने एवं हीरे के गहनों की कुल सालाना उत्पादन क्षमता 40.68 टन और 3.61 लाख कैरेट से अधिक है, जो इसे दुनिया की सबसे बड़ी आभूषण निर्माताओं में से एक बनाती है।
इस इकाई की शुरुआत को लेकर मलाबार ग्रुप के चेयरमैन एम पी अहमद ने कहा हमारी अत्याधुनिक आभूषण विनिर्माण इकाई, जो परंपरा, कला, आधुनिकता और परिशुद्धता का संयोजन करती है, आभूषण विनिर्माण में एक नए युग की शुरुआत है। यह इकाई हमारे ‘मेक इन इंडिया, मार्केट टू द वर्ल्ड’ दृष्टिकोण के अनुरूप वैश्विक बाजारों के लिए भारत में विश्वस्तरीय आभूषण तैयार करने की हमारी प्रतिबद्धता को पुष्ट करती है। यह भारत को उत्कृष्ट शिल्प कौशल (क्राफ्टमैनशिप) और डिजाइन उत्कृष्टता (एक्सीलेंस) के वैश्विक केंद्र (ग्लोबल हब) के रूप में स्थापित करने की दिशा में उठाया गया रणनीतिक कदम है। मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के एमडी (इंडिया ऑपरेशंस) आशेर ओ ने कहा, “चालू वित्त वर्ष के अंत तक हम अपनी मौजूदगी को बढ़ाकर 22 राज्यों और तीन केंद्रशासित प्रदेशों तक ले जाने की तैयारी में हैं, ऐसे में हम असाधारण शिल्पकला, डिजाइन में बहुत अधिक विविधता और उत्कृष्ट गुणवत्ता प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”