Edited By Pooja Saini, Updated: 20 Jun, 2019 10:09 AM

गांव बोस्ती में किसान की जमीन पर कुछ लोगों द्वारा जबरन कब्जा करने, जानलेवा हमला करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी...
फतेहाबाद(ब्यूरो): गांव बोस्ती में किसान की जमीन पर कुछ लोगों द्वारा जबरन कब्जा करने, जानलेवा हमला करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर देहाती मजदूर सभा व भवन निर्माण मजदूर यूनियन द्वारा अन्य संगठनों के साथ मिलकर बुधवार को उपायुक्त कार्यालय पर धरना दिया गया। धरने के बाद उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई।
धरने को संबोधित करते हुए देहाती मजदूर सभा के राज्य महासचिव तजिन्द्र सिंह रतिया ने कहा कि बोस्ती गांव में 1951-52 पंजाब सिक्योरिटी लैंड एक्ट के तहत 1971-72 में मुजारा लहर के मुताबिक जमीन सरकार द्वारा अलाटमैंट है। ये दलित किसान 1971-72 से इस जमीन पर खेती करते हैं। जिसका हाल फिलहाल का जमीन का हाईकोर्ट में केस चल रहा है।
उन्होंने कहा कि राजीव बत्रा व अन्य लोगों ने 2 मई को अपने सैंकड़ों साथियों सहित किसान के परिवार पर हमला कर दिया। इस हमले में 5 महिलाओं सहित 8 लोग घायल हो गए थे, जिन्हें उपचार के लिए टोहाना के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया जहां से उन्हें अग्रोहा रैफर कर दिया गया। इस मामले में पुलिस द्वारा घायलों के ब्यान लेकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था लेकिन अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
उन्होंने मांग की कि किसान परिवार पर हमला करने के आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए तथा दलित किसानों को उनकी जमीन वापस दिलवाकर न्याय दिलाया जाए। वक्ताओं ने कहा कि अगर दोषियों की गिरफ्तारी नहीं की गई और दलितों को न्याय नहीं मिला तो यूनियन गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक कर लंबे आंदोलन का रास्ता अपनाएगी।
इस मौके पर भारतीय क्रांतिकारी पार्टी के जिला सचिव सुखचैन सिंह पूर्व सरपंच, भवन एवं अन्य निर्माण कामगार यूनियन के रा४य महासचिव राजेश चौबारा, देहाती मजदूर सभा के बलदेव मानकपुर, राजाराम रत्ताखेड़ा, श्यामा गोरखपुर, शहीद भगत सिंह नौजवान सभा के जिला सचिव परमजीत लाली, सत्यवान बोस्ती, महेल्द्र सिंह बोस्ती, चांदराम बोस्ती, धर्मपाल बोस्ती, चतरू राम, रामस्वरूप, वीरभान, रमेश गांव थल (जींद), भागीरथ माजरा, अर्जुन सिंह, काबर खां, रामफल मिर्जापुर, राजो देवी, भागवंती, मुकेश बोस्ती, सुदेश बोस्ती, पवन बोस्ती, मेहर बोस्ती, राजकुमार बुआन, महीपाल धनोरी सहित अनेक किसान मौजूद रहे।