Edited By Dishant Kumar, Updated: 21 Mar, 2021 09:11 PM
बुजुर्गों का सम्मान करने और सेवा करने की हमारे समाज की समृद्ध परंपरा रही है,.. लेकिन आज के समय में मनो लोग अपने बुजुर्गों और उनका सम्मान करना भूल ही गए है,.. आज के समय में कई घरों में बुजुर्गों को वो सम्मान नहीं दिया जाता जिसके वे हकदार है,......
बुजुर्गों का सम्मान करने और सेवा करने की हमारे समाज की समृद्ध परंपरा रही है,.. लेकिन आज के समय में मनो लोग अपने बुजुर्गों और उनका सम्मान करना भूल ही गए है,.. आज के समय में कई घरों में बुजुर्गों को वो सम्मान नहीं दिया जाता जिसके वे हकदार है,... हमारी युवा पीढ़ी न केवल वरिष्ठजनों के प्रति लापरवाह है, बल्कि उनकी समस्याओं के प्रति जागरूक भी नहीं है, जिससे वे बुजुर्गों के सनेह से तो वंचित है ही,.. बल्कि उन्हे बुजुर्गों का घर में होने का महत्तव भी मालूम नहीं है,.. इसी को देखते हुए पिछले कई दशकों से समाज सेवा में अग्रिम संस्था भाटिया सेवक समाज द्वारा आज नई पहल करते हुए " सम्मान बुजुर्गों का" कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें 80 साल से अधिक उम्र के अट्ठासी बुजुर्गों को पगड़ी पहनाकर और शाल ओढ़ाकर कर और सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया । इस मौके पर विधायक सीमा त्रिखा मेयर सुमन बाला सहित शहर के गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की और बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया । इस कार्यक्रम का मुख्य मकसद उन बच्चों को संदेश देना था जो अपने बुजुर्गों का सम्मान नहीं करते और बुजुर्गों को एकांत जीवन व्यतीत करना पड़ता है । पहली बार मिले इस तरह के सम्मान को पाकर बुजुर्ग गदगद हो उठे ।