Edited By Deepak Paul, Updated: 08 Nov, 2018 07:02 PM
देश में रोहिंग्या की नागरिकता को लेकर छिड़े विवाद में असम के राज्यपाल जगदीश मुखी का बयान सामने अाया है। उनका कहना है कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर(एनआरसी) को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए। उनका कहना है कि यह मुद्दा भारतीय व गैर भारतियों से जुड़ा...
रेवाड़ी(मोहिंद्र भारती): देश में रोहिंग्या की नागरिकता को लेकर छिड़े विवाद में असम के राज्यपाल जगदीश मुखी का बयान सामने अाया है। उनका कहना है कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर(एनआरसी) को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए। उनका कहना है कि यह मुद्दा भारतीय व गैर भारतियों से जुड़ा हुआ है और हमारे संसाधनों का लाभ केवल भारतीयों को ही मिलना चाहिए। ये विचार उ्होंने भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश ग्रोवर के सेक्टर-3 स्थित निवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि असम में एनआरसी पर कार्य चल रहा है। पहले हमें असम में घुसे विदेशी लोगों की पहचान का कार्य पूरा करना होगा और इसके बाद यह कार्य देश व सभी राज्यों में भी चलाया जाना चाहिए। जब तक असम में बाहरी लोगों की पहचान का कार्य पूरा हो जाता, तब तक अन्य राज्यों में यह कार्य वाजिब नहीं होगा। उनका कहना है एनआरसी के कार्य के चलते यदि बाहरी लोग इस राज्य से दूसरे राज्यों में जाते हैं तो उन्हें ग्रिप में कैसे ले सकते हैं। इसलिए हमें परिणामों का इंतजार करना चाहिए।
मुखी ने कहा कि असम आज आर्थिक व सांस्कृतिक रूप से बहुत आगे निकल गया है। पूरा नॉर्थ-ईस्ट सांस्कृतिक मामलों में भी बहुत आगे हैं। वहां की गुवाहटी को भारत की स्पोर्ट्स कैपिटल के रूप में विकसित किया जा रहा है। जो सुविधाएं दिल्ली में उपलब्ध हैं, वे सारी सुविधाएं यहां पर दी जा रही हैं।