Edited By Isha, Updated: 15 Aug, 2019 01:12 PM
जिस घर में कभी पूरा परिवार एक साथ मिलकर खुशियों में शरीक होता था, पिता मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करता था, पिता के घर में प्रवेश करते ही बच्चे उनसे दुलार करते नहीं थकते थे, वही परिवार
थानेसर (नरुला): जिस घर में कभी पूरा परिवार एक साथ मिलकर खुशियों में शरीक होता था, पिता मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करता था, पिता के घर में प्रवेश करते ही बच्चे उनसे दुलार करते नहीं थकते थे, वही परिवार 5 माह से अपने लाडले बच्चे की खोज में दर-दर की ठोकरे खा रहा है। हम बात कर रहे हैं रतगल के उस शख्स की जिसका 14 वर्षीय लड़का 5 माह से घर वापस नहीं आया। पिता सुरेश की हालत यह है कि शाम को जब वह दिहाड़ी कर घर लौटता है तो घर से अपने लाडले के गुमशुदगी के इश्तिहार हाथ में लेकर गांव-गांव जाता है और घरों, चौपालों में जाकर अपने लाडले बारे जानकारी हासिल करता है।
जब कोई सुरेश को उसके सूखे होंठ व लडख़ड़ाती जुबान देख पानी व रोटी बारे पूछता है तो उसका केवल एक ही प्रश्न होता है कि आपने मेरा किशोर देखा है। एक पिता का अपने लापता पुत्र के प्रति भाव देख सामने वाले शख्स की आंखों से अश्रुधारा बह निकलती है। सुरेश का अपने पुत्र को खोजने का ये क्रम 5 माह से जारी है। उसका कहना है कि उसका पुत्र किशोर मंदबुद्धि है। न जाने कहां चला गया। उसके वियोग में उसकी मां व भाई बेसुध हैं। वे पुत्र को खोजने की फरियाद पुलिस से कई बार लगा चुके हैं किंतु अभी तक सुराग तक नहीं लगा।
कमल रतगल ने रखा ईनाम
कमल रतगल ने दिहाड़ीदार के पुत्र बारे जानकारी देने वाले व्यक्ति को भरपूर ईनाम देने का ऐलान किया है और यह भी कहा कि किशोर चाहे दुनिया के किसी भी कोने में हो, जो भी उसकी जानकारी देगा, वह अपने खर्चे पर उसे लेने वहां जाएगा।
खाना खाने से पूर्व किशोर के नाम से निकाला जाता है रोटी का हिस्सा
परिवार जब सुबह, दोपहर व शाम को खाना खाता है तो किशोर के खाने का एक हिस्सा 5 माह से अलग से निकाला जाता है और खाने से पूर्व वे मंत्र जाप कर अपने लापता बेटे के आने की अरदास करते हैं
चौकी इंचार्ज का कथन
सैक्टर-7 पुलिस चौकी प्रभारी सेवा सिंह का कहना है कि लापता किशोर मंदबुद्धि है। उसकी खोज के लिए बहुत प्रयास किया जा चुका है। बेटे के वियोग में पूरा परिवार बहुत दुखी है। वे एक बार फिर खोज के लिए प्रयास करेंगे।