Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 11 Jul, 2025 05:32 PM

गुड़गांव में जलभराव को रोकने के लिए भले ही पुख्ता प्रबंध किए जाने के दावे किए हों, लेकिन मानसून की पहली बारिश ने ही इन दावों की पोल खोल दी। हालांकि जलभराव रोकने के लिए जिला प्रशासन ही नहीं बल्कि कैबिनेट मंत्री ने भी बैठकों का दौर चलाकर पुख्ता इंतजाम...
गुड़गांव, (ब्यूरो): गुड़गांव में जलभराव को रोकने के लिए भले ही पुख्ता प्रबंध किए जाने के दावे किए हों, लेकिन मानसून की पहली बारिश ने ही इन दावों की पोल खोल दी। हालांकि जलभराव रोकने के लिए जिला प्रशासन ही नहीं बल्कि कैबिनेट मंत्री ने भी बैठकों का दौर चलाकर पुख्ता इंतजाम किए जाने के दावे किए थे, लेकिन एक ही बारिश ने इन दावों की पोल खोल दी।
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जलभराव पर कैबिनेट मंत्री राव नरबीर ने कहा कि मैने पहले ही कहा था कि 2025 में जिला प्रशासन जलभराव को रोक ही नहीं पाएगा। हालांकि जलभराव क 150 स्थानों को चिन्हित किया गया। 50 प्रतिशत से ज्यादा स्थानों पर ड्रेन और सीवर की सफाई भी की गई, लेकिन गुड़गांव में बारिश सामान्य से भी ज्यादा हुई। एक घंटे में 133 एमएम बारिश होने के कारण एकदम स्थिति बिगड़ गई। हालांकि बारिश रुकते ही कुछ ही देर में पानी निकल गया, लेकिन साल 2026 में प्रयास रहेगा कि गुड़गांव में जलभराव न हो।
आपको बता दें कि मानसून आने से पहले ही जलभराव के स्थानों को चिन्हित कर पानी की निकासी के पुख्ता इंतजाम किए जाने के दावे किए गए थे। वहीं, गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण द्वारा भी शहर के अंडरपास में जलभराव रोकने के पुख्ता इंतजाम करने के साथ ही मॉकड्रिल भी की गई थी, लेकिन एक ही बारिश ने सभी इंतजामों को पानी में डुबो दिया। हालात यह रहे कि न केवल लोगों के घरों में पानी घुस गया बल्कि जलभराव के कारण शहर में 9 लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी। हालांकि इन मामलों में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है, लेकिन कार्रवाई किसके खिलाफ की जाएगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।