Edited By Deepak Kumar, Updated: 06 Aug, 2025 02:43 PM

अंबाला की टांगरी नदी भी इसी कारण देर रात से उफान पर है। नदी के आसपास रहने वाले लोगों को डर सताने लगा है, क्योंकि दो साल पहले इसी नदी में आई बाढ़ ने कई घरों और दुकानों को नुकसान पहुंचाया था।
अंबाला (अमन कपूर) : पहाड़ों में हो रही लगातार मूसलाधार बारिश का असर अब मैदानी इलाकों में दिखाई देने लगा है। मैदानी इलाकों से होकर बहने वाली नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। अंबाला की टांगरी नदी भी इसी कारण देर रात से उफान पर है। नदी के आसपास रहने वाले लोगों को डर सताने लगा है, क्योंकि दो साल पहले इसी नदी में आई बाढ़ ने कई घरों और दुकानों को नुकसान पहुंचाया था।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्हें प्रशासन की ओर से समय पर कोई जानकारी नहीं दी जाती। पहले जब भी पानी का स्तर बढ़ता था, तो मुनादी (एलाउंसमेंट) की जाती थी, लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ। उनका कहना है कि अभी जलस्तर नियंत्रण में है, लेकिन अगर और पानी आया तो पानी घरों में घुस सकता है। उन्होंने कहा कि हम दो साल पहले भी नुकसान झेल चुके हैं। हमें अभी तक ये नहीं बताया गया कि पानी बढ़ रहा है। अगर ज्यादा पानी आ गया तो हम कहां जाएंगे? पहले तो मुनादी होती थी, लेकिन अब कोई सूचना नहीं मिल रही।
वहीं अंबाला छावनी नगर परिषद की चेयरपर्सन स्वर्ण कौर ने बताया कि टांगरी नदी में इस समय करीब 10,000 क्यूसेक पानी आया हुआ है, जिससे खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि पहले भी जब नदी में पानी आया था, तो लोगों को काफी नुकसान हुआ था, इसलिए डर का माहौल है। हालांकि प्रशासन ने पहले से ही नदी की खुदाई करवाई है, जिससे पानी के बहाव में मदद मिल रही है और नुकसान की आशंका कम है। चेयरपर्सन ने बताया कि लोगों को हेल्पलाइन नंबर मुहैया करा दिए गए हैं, जिन पर खतरा महसूस होने पर तुरंत संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने सभी से अलर्ट रहने की अपील भी की है।
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