Edited By Yakeen Kumar, Updated: 28 Mar, 2025 05:04 PM

दादरी में जिला पार्षद व बीडीसी सदस्यों ने अनोखे ढंग से विरोध जताया है। उन्होंने जिला परिषद कार्यकारी अधिकारी की खाली कुर्सी पर माला चढ़ा विरोध दर्ज करवाया। वहीं कर्मचारियों पर काम नहीं करने के आरोप लगाए और उन्हें गुलाब के फूल दिए। इस दौरान विकास...
चरखी दादरी (पुनित श्योराण) : दादरी में जिला पार्षद व बीडीसी सदस्यों ने अधिकारियों के पद खाली होने पर अनोखे ढंग से विरोध जताया है। उन्होंने जिला परिषद कार्यकारी अधिकारी की खाली पड़ी कुर्सी पर माला चढ़ा विरोध दर्ज करवाया। वहीं कर्मचारियों पर काम नहीं करने के आरोप लगाए और उन्हें गुलाब के फूल दिए। इस दौरान विकास कार्यों में भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए।
बता दें कि शुक्रवार को चरखी दादरी जिला परिषद के वार्ड नंबर-3 से पार्षद रविंद्र चरखी की अगुवाई में बीडीसी सदस्य, सरपंच आदि जिला परिषद चेयरमैन कार्यालय में एकत्रित हुए। जहां उन्होंने विभिन्न विकास कार्यों व दूसरे मुद्दों को लेकर विचार विमर्श किया। उन्होंने कहा कि एडीसी, जिला परिषद सीईओ सहित कई पद खाली होने के कारण करोड़ों रुपए की राशि विकास कार्यों पर खर्च नहीं हो पा रही है। बाद में वे जिला परिषद के कार्यकारी अधिकारी कार्यालय पहुंचे और खाली पड़ी कुर्सी पर माला पहनाकर अनोखे ढंग से विरोध जताया। वहीं उन्होंने कहा कि कर्मचारी भी काम नहीं कर रहे है। उन कर्मचारियों को गुलाब के फूल देकर विरोध जताया गया।
अधिारियों पर लगाया लापरवाही का आरोप
जिला पार्षद रविंद्र चरखी ने कहा कि सीईओ का पद करीब दो माह से खाली पड़ा है। उन्होंने कहा कि सीईओ के साथ एडीसी का पद भी रिक्त है। जिले में करीब 155 ग्राम पंचायत है। उन्होंने कहा कि गठन ग्राम पंचायतों को 13 करोड़, 32 लाख, 30 हजार रुपए की ग्रांट विकास कार्यों के लिए जारी की गई है। जबकि बीते 25 फरवरी तक इसमें से केवल 1 करोड़ 29 लाख 12 हजर रुपए की ही राशि खर्च हो पाई है। बाकि बची करीब 12 करोड़ की राशि अधिकारियों की लापरवाही से पड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि अधिकारी काम पूरा नहीं होने देते और उसके पीछे सबसे बड़ा कारण है वे ठेकेदारों से रिश्वत लेते हैं और उनका कमीशन फिक्स है। उन्होंने कहा कि अभी तक जिला परिषद के 290 कार्यों में से केवल 65 ही पूरे हुए हैं।
पेमेंट निकलवाकर कागजों में रखते हैं काम पेंडिंग- पार्षद
उन्होंने कहा कि अधिकारी किसी काम को पूरा नहीं होने देते। ये ठेकेदारों से मिलकर काम को अधूरा रखते हैं और 95 प्रतिशत तक पेमेंट निकलवाकर कागजों में पेंडिंग रखते हैं। उन्होंने कहा कि आज तक एक भी काम के पूरा होने की यूसी सबमिट नहीं करते। इसके अलावा उन्होंने कहा कि ऐसे भी मामले हैं कि धरातल पर कार्य के नाम पर एक रूपया भी खर्च नहीं किया गया जबकि राशि पूरी निकलवा ली गई है।

धरना करेंगे शुरू
पार्षद रविंद्र चरखी ने कहा कि आज उनका ये सांकेतिक विरोध प्रदर्शन था। यदि इसे गंभीरता से नहीं लिया गया और जिले में विकास कार्य सुचारू रूप से शुरू नहीं करवाए गए तो वे गांधीवादी ढंग से शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कर अपनी बात मनवाने का प्रयास करेंगे।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)