Edited By Isha, Updated: 21 Jun, 2025 11:31 AM

योग दिवस 2025 के अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के लिए 9 बड़ी घोषणाएं कर दी हैं। सीएम नायब सैनी ने ऐलान किया है कि श्री कृष्ण आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र में 'अंतर्राष्ट्रीय ध्यान केंद्र' के लिए एक
हरियाणा डेस्क : योग दिवस 2025 के अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के लिए 9 बड़ी घोषणाएं कर दी हैं। सीएम नायब सैनी ने ऐलान किया है कि श्री कृष्ण आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र में 'अंतर्राष्ट्रीय ध्यान केंद्र' के लिए एक विशाल हॉल का निर्माण किया जाएगा। वहीं, हरियाणा की सभी यूनिवर्सिटी में योग पर रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए 'योग लेखक प्रोत्साहन' योजना लागू की जाएगी।इसके तहत हर साल उत्कृष्ट लेखकों को राज्य सम्मान प्रदान किया जाएगा।
इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने तीसरी घोषणा यह की है कि हरियाणा में 883 योग और व्यायामशालाएं खोली गई हैं. इस वित्त वर्ष में प्रदेश में कम से कम 100 नई योग और व्यायामशालाएं खोली जाएंगी। सैनी ने कहा कि आज से प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में 5 मिनट का 'Y-Break' भी शुरू किया जाएगा ताकि, हमारे कर्मचारी तनावमुक्त रहें. 'One Earth-One Health' की परिकल्पना में एक महत्वपूर्ण बात यह है कि पृथ्वी पर हर जीव का जीवन दूसरे सभी जीवों से जीवन से जुड़ा हुआ है।
चौथा ऐलान सीएम नायब सिंह सैनी ने यह किया कि सभी सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के योग प्रदर्शन का मूल्यांकन क्रेडिट आधारित परीक्षा प्रणाली के रूप में किया जाएगा. इसके अलावा, योग और प्राकृतिक चिकित्सा विषयों को इस साल से आयुष चिकित्सा प्रणाली के अंतर्गत मान्यता दी जाएगी. इन विषयों के चिकित्सकों का राजकीय पंजीकरण भी आरंभ किया जाएगा।
छठा ऐलान करते हुए मुक्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि अब हरियाणा के सभी विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों में भी योग को शैक्षणिक पाठ्यक्रम के रूप में लागू किया जाएगा. इसके लिए एक समान योग पाठ्यक्रम जल्द ही तैयार कर लिया जाएगा वहीं, योगासन को खेल रूप में राष्ट्रीय स्तर पर सुदृढ़ करने के लिए अनुभवी कोचों की नियुक्ति की जाएगी, जो खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए प्रशिक्षित करेंगे. खेल विभाग में 40 योग शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू की जाएगी।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह दुख की बात है कि पिछले कई दशकों में एंटी बायोटिक के अंधाधुध प्रयोग से लाखों मरीजों के बैक्टीरिया, वायरस, फंगस आदि पर एंटी बायोटिक दवाइयां अब काम नहीं करती हैं. इससे उनकी बीमारियां लंबे समय तक बनी रहती हैं।