बांस की फच्चर के बने ट्री गार्ड के नाम पर हो रहा है गोलमाल, हुड्डा के लोगों ने जताई नाराजगी

Edited By Mohammad Kumail, Updated: 19 Sep, 2023 01:47 PM

there is confusion in the name of tree guard made of bamboo scythe

हरियाणा सरकार प्रदेश को हरा भरा करने के लिए पौधे लगाने का काम कर रही है। इसी कड़ी में हरियाणा विकास शहरी प्राधिकरण द्वारा हुड्डा के सेक्टर में भी पौधे लगाए जा रहे हैं और इन पौधों के सुरक्षा के लिए बांस की फच्चर के बने ट्री गार्ड लगाए जा रहे हैं...

कैथल (जयपाल रसूलपुर) : हरियाणा सरकार प्रदेश को हरा भरा करने के लिए पौधे लगाने का काम कर रही है। इसी कड़ी में हरियाणा विकास शहरी प्राधिकरण द्वारा हुड्डा के सेक्टर में भी पौधे लगाए जा रहे हैं और इन पौधों के सुरक्षा के लिए बांस की फच्चर के बने ट्री गार्ड लगाए जा रहे हैं। जो एकदम बेकार क्वालिटी के हल्के और जल्द टूट कर बेकार हो जाने वाले हैं।

हुड्डा निवासियों का कहना है कि पहले कंक्रीट से बने ट्री गार्ड काफी मजबूत थे और जब उनकी जरूरत खत्म हो जाती थी तो उन्हें दूसरे नए पौधे लगाते वक्त इस्तेमाल कर लिया जाता था। उन्हें बंद कर दिया गया, उसके बाद लोहे के मजबूत ट्री गार्ड लगाए जाने लगे। यह भी काफी अच्छी क्वालिटी के थे और पौधों से सुरक्षा मिलती थी। विभाग चाहता तो जरूरत खत्म होने पर इन्हें काटकर निकालने के बाद वेल्डिंग करके दूसरे नए पौधे पर इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन इस बार विभाग ने कमाल ही कर दिया। बांस की फच्चर के बने ट्री गार्ड लगवा दिए हैं, जो एकदम बेकार है और कुछ ही दिनों में टूट कर खत्म हो जाएंगे। उल्टा विभाग के अधिकारी कह रहे हैं यह काफी मजबूत है, पर्यावरण भी इससे सुरक्षित रहेगा और हाथ से काम करने वाले मजदूरों को भी रोजगार मिलेगा।

हरियाणा विकास शहरी प्राधिकरण अधिकारियों के अनुसार जो पहले ट्री गार्ड लोहे का बना होता था उसकी कीमत लगभग ₹2000 आई थी। अब यह बांस की फच्चर के बने ट्री गार्ड लगभग ₹600 का पड़ता है। हुड्डा निवासियों का कहना है कि यह जो बांस की फच्चर के बने ट्री गार्ड है बेकार की क्वालिटी है और मुश्किल से 150 रुपए का होगा। अगर इसकी जांच कराई जाए तो एक बहुत बड़ा घोटाला सामने आ सकता है, क्योंकि यह ट्री गार्ड पूरे हरियाणा में लगाए जाने हैं।

बता दें कि जो कई वर्ष पहले लोहे के ट्री गार्ड लगाए गए थे और अब वह पौधे बड़े होकर पेड़ बन गए हैं और लोहे के बने ट्री गार्ड पेड़ों को चुभ रहे हैं। विभाग चाहता तो इनको काट कर दोबारा वेल्डिंग करवा कर नए पौधे लगाने में इस्तेमाल कर सकता है और सरकार का पैसा भी बच जाता और मजबूत ट्री गार्ड नए पौधों को मिल जाते। परंतु विभाग ने ऐसा नहीं किया, जिसकी वजह से यह पुराने ट्री गार्ड पेड़ों को घायल कर रहे हैं और बेवजह बेकार हो रहे हैं।

कैथल में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के JE प्रवीण कुमार से जब बात की गई तो उनका कहना था कि बांस की फच्चर के बने ट्री गार्ड हमारे पंचकूला ऑफिस से इसका टेंडर होता है और कैथल में दुर्गा इंटरप्राइजेज नाम की कंपनी इन्हें लगाने का काम कर रही है।

(हरियाणा की खबरें अब व्हाट्सऐप पर भी, बस यहां क्लिक करें और Punjab Kesari Haryana का ग्रुप ज्वाइन करें।) 
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।) 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!