Edited By Isha, Updated: 24 Dec, 2024 01:10 PM
मणिपुर के इंफाल में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए रोहतक के किलोई गांव के रहने वाले सुनील का आज उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए किलोई...
रोहतक(दीपक): मणिपुर के इंफाल में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए रोहतक के किलोई गांव के रहने वाले सुनील का आज उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए किलोई गांव में पहुंचे। शहीद सुनील की इंफाल में पोस्टिंग थी और 18 साल पहले वे बीएसएफ में भर्ती हुए थे। उनकी दो बेटियां हैं, एक बास्केटबॉल की राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी है और दूसरी दसवीं कक्षा में पढ़ती हैं।
बीएसएफ में भर्ती होने से पहले सुनील पहलवानी करता था और फिलहाल भी एक अच्छा पहलवान था। 15 दिन पहले वह छुट्टी के बाद वापस पोस्टिंग पर गए थे। नक्सली मुठभेड़ से एक दिन पहले परिवार के लोगों से बातचीत भी हुई थी। अचानक से सुनील की शहादत की खबर सुनकर किलोई और उसके आसपास के गांव में सन्नाटा पसर गया और सभी लोग शहीद के परिवार को सांत्वना देने के लिए उनके घर पहुंचे। देर रात सेना के जवान उनके पार्थिव शरीर को लेकर पैतृक गांव किलोई में पहुंचे और आज सुबह उनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी किलोई गांव में पहुंचे और शहीद को नमन किया।
उन्होंने कहा कि शहीद देश की धरोहर होते हैं और हम सब की जिम्मेदारी बनती है कि उनके जाने के बाद उनके परिवार की देखभाल करें। जो हमारी रक्षा करते हैं उनके परिवार की देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी बनती है। जिला प्रशासन की तरफ से भी शहीद को श्रद्धांजलि दी गई। एसडीएम आशीष वशिष्ठ और सामाजिक कार्यकर्ता नवीन जय हिंद ने भी शहीद को नमन किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।