Edited By vinod kumar, Updated: 07 Apr, 2020 01:33 PM
लॉकडाउन के चलते हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने फैसला लिया है कि अब तक हुई दसवीं की चार विषयों की परीक्षाओं के आधार पर ही विद्यार्थियों को 11वीं में प्रवेश दिया जाएगा। बोर्ड अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि दसवीं कक्षा की साइंस विषय की परीक्षा...
भिवानी(अशाेक): लॉकडाउन के चलते हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने फैसला लिया है कि अब तक हुई दसवीं की चार विषयों की परीक्षाओं के आधार पर ही विद्यार्थियों को 11वीं में प्रवेश दिया जाएगा। बोर्ड अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि दसवीं कक्षा की साइंस विषय की परीक्षा अवश्य ली जाएगी, जिसकी तिथि बाद में घोषित की जाएगी और परीक्षार्थियों को इसके लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा।
इसके बारे में जानकारी देते हुए बोर्ड के अध्यक्ष डा. जगबीर सिंह ने कहा कि कोविड-19 के कारण उत्पन्न हुई अप्रत्याशित स्थिति के मद्देनजर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा यह निर्णय लिया गया है। दसवीं कक्षा की जिन चार विषयों की परीक्षाएं संचालित हो चुकी हैं, उनके आधार पर दसवीं का परीक्षा परिणाम तैयार करके घोषित किया जाएगा और ग्याहरवीं कक्षा में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। लेकिन बोर्ड द्वारा दसवीं कक्षा की विज्ञान विषय की परीक्षा संचालित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि बोर्ड द्वारा इस विषय की परीक्षा लेने से काफी समय पूर्व पर्याप्त समय देते हुए परीक्षार्थियों की परीक्षा की तिथि व समय बारे सूचित कर दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त जो परीक्षार्थी अपने भरे हुृए आवेदन-पत्र अनुसार किसी एच्छिक विषय की परीक्षा देना चाहेंगे, उन्हें भी परीक्षा में प्रविष्ट के लिए स्थिति अनुसार यथा समय पर सूचित किया जाएगा।
डा. जगबीर सिंह ने कहा कि कक्षा बारहवीं के शेष विषयों की परीक्षा बारे स्थिति का आकलन करने उपरान्त शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा। दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षाएं एक ही साथ संचालित करवायी जाएंगी। ऐसे में विद्यार्थियों को किसी तरह का तनाव लेने की आवश्यकता नहीं है। वहीं स्कूलों में प्रवेश सही समय पर हाे सके इसके लिए भी ध्यान रखा जा रहा है।
बता दें कि इस बार हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षा 3 मार्च से 31 मार्च तक संचालित होनी थी। दाेनों कक्षाओं के करीब 12 पेपर हो भी चुके थे मगर कोरोना वायरस के फैलने के चलते लागू किए लॉकडाउन के कारण आगामी परीक्षाओं को रद करना पड़ा था। इससे पहले हुई परीक्षाओं में जमकर नकल चली थी। परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर वॉटस एप पर वायरल हो रहे थे। ऐसे में नकल माफिया को रोकना बोर्ड के लिए बड़ी चुनौती बन गया था। ऐसे में आगामी परीक्षा रद होने के चलते अब बोर्ड और बच्चों दोनों ने ही राहत की सांस ली होगी।