Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 29 Oct, 2024 04:32 PM
नगर निगम में समस्याओं के समाधान के लिए लगाए जा रहे समाधान शिविर में लोगों को समाधान के नाम पर केवल धक्के खाने को ही मिल रहे हैं। लोगाें की मानें तो वह अपनी समस्या लेकर अधिकारियों के समक्ष पहुंच तो रहे हैं, लेकिन उनकी समस्या के समाधान के नाम पर केवल...
गुड़गांव, (ब्यूरो): नगर निगम में समस्याओं के समाधान के लिए लगाए जा रहे समाधान शिविर में लोगों को समाधान के नाम पर केवल धक्के खाने को ही मिल रहे हैं। लोगाें की मानें तो वह अपनी समस्या लेकर अधिकारियों के समक्ष पहुंच तो रहे हैं, लेकिन उनकी समस्या के समाधान के नाम पर केवल उन्हें तारीख दे दी जाती है। खानापूर्ति के लिए ही नाम मात्र की शिकायतों का समाधान कर दिया जाता है, लेकिन क्षेत्र की जो प्रमुख समस्याएं हैं उनके समाधान के नाम पर केवल कागजी कार्रवाई ही की जा रही है। धरातल पर काम करने के नाम पर बहानेबाजी चल रही है। वहीं, अधिकारियों की मानें तो समाधान शिविर में आने वाली शिकायतों पर गंभीरता से काम किया जा रहा है। जेई ने एक शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया जिस पर उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए नोटिस भी जारी किया गया है।
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लोगों की मानें तो वह समाधान शिविर लगने के पहले दिन अपनी सीवर की शिकायत लेकर अधिकारियों के पास आए थे। उन्हें समाधान के लिए तीन दिन का समय दिया गया था, लेकिन कार्रवाई के नाम पर आज तक कुछ नहीं हुआ। एक सप्ताह से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी जब वह दोबारा शिविर में आए हैं तो उनसे दोबारा शिकायत ली गई और एक बार फिर उनकी समस्या के समाधान का उन्हें आश्वासन दे दिया। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि वह अपनी शिकायत लेकर नगर निगम के एक कर्मचारी के पास जाते हैं तो वह दूसरे के पास भेज देता है। वह अपनी शिकायत लेकर एक टेबल से दूसरी टेबल पर घूम कर परेशान हो रहे हैं।
लोगों का कहना है कि वह नगर निगम अधिकारियों व कर्मचारियों की कार्यप्रणाली से तंग आ चुके हैं। अधिकारी केवल आश्वासन देते हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर धरातल पर कोई काम नहीं करते। लोगाें का कहना है कि अगर उनकी समस्याओं का जल्द ही समाधान नहीं हुआ तो वह सड़कों पर उतरने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों को चेतावनी भी दी है कि अगर अधिकारियों ने उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया तो वह निगम कार्यालय में धरना प्रदर्शन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।