Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 31 May, 2025 03:08 PM

गुरुग्राम को प्लास्टिक मुक्त मॉडल शहर के रूप में विकसित करने के लिए जल्द ही विभिन्न क्षेत्रों को चिन्हित कर पायलट प्रोजेक्ट के तहत आवश्यक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
गुड़गांव, (ब्यूरो): गुरुग्राम को प्लास्टिक मुक्त मॉडल शहर के रूप में विकसित करने के लिए जल्द ही विभिन्न क्षेत्रों को चिन्हित कर पायलट प्रोजेक्ट के तहत आवश्यक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। उक्त अभियान के तहत जिला में की जा रही तैयारियों की समीक्षा के लिए शनिवार को पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण ने गुरुग्राम में एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में डीसी अजय कुमार, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, नगर निगम गुरुग्राम तथा अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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आनंद मोहन शरण ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस प्रोजेक्ट को केवल एक सरकारी कार्यक्रम के रूप में नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन की भावना के साथ आगे बढ़ाए। उन्होंने कहा कि यदि हम नागरिकों को सहभागी बनाएं, तो यह अभियान अपेक्षित समय-सीमा में सफलतापूर्वक पूर्ण किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस प्रयास को जन आंदोलन का स्वरूप देने हेतु जनप्रतिनिधियों का सक्रिय सहयोग अनिवार्य है। उन्होंने सिक्किम और इंदौर जैसे शहरों के सफल उदाहरणों का उल्लेख करते हुए कहा कि गुरुग्राम को भी उनके पदचिह्नों पर चलकर एक अनुकरणीय मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि अनेक गैर-सरकारी संगठन इस अभियान में सक्रिय भागीदारी हेतु आगे आ रहे हैं।
आनंद मोहन शरण ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनजागरूकता बढ़ाने के लिए पोस्टर्स, शॉर्ट वीडियो क्लिप्स, जिंगल्स, सोशल मीडिया अभियानों, नुक्कड़ नाटकों तथा सामुदायिक बैठकों जैसे प्रभावशाली माध्यमों का उपयोग किया जाए। इसके साथ ही विद्यालयों, महाविद्यालयों, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन्स , मॉल, बाजारों, बहुराष्ट्रीय कंपनियों के कार्यालयों तथा अन्य सार्वजनिक स्थलों पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। उन्होंने कहा, लोगों के व्यवहार में परिवर्तन इस अभियान की सफलता की आधारशिला है। जब तक आमजन स्वयं प्लास्टिक का उपयोग छोड़ने के लिए प्रेरित नहीं होंगे, तब तक कोई भी सरकारी प्रयास सफल नहीं हो सकता।
आनंद मोहन शरण ने सभी विभागों से आह्वान किया कि वे अपने प्रत्येक कर्मचारी को इस अभियान से जोड़ें, ताकि यह प्रयास केवल प्रशासनिक न रहकर एक जन-संवेदनशील मिशन बन सके। उन्होंने बताया कि हरियाणा के पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह इस अभियान को लेकर अत्यंत गंभीर हैं और विभिन्न मंचों से आमजन को पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनका स्पष्ट दृष्टिकोण है कि स्वच्छ और टिकाऊ विकास के लिए प्लास्टिक मुक्त समाज अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने जनसामान्य से अपील की कि वे इस अभियान का हिस्सा बनकर अपने व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाएं और प्लास्टिक के विकल्पों को अपनाएं।
डीसी अजय कुमार ने बैठक में कहा कि अभियान की सफलता के लिए आरडब्ल्यूए का सहयोग अनिवार्य है। स्थानीय स्तर पर यदि रेजिडेंट्स स्वयं स्वेच्छा से इस पहल में भाग लें, तो इसका प्रभाव बहुत व्यापक और दीर्घकालिक होगा। उन्होंने कहा कि सभी हितधारकों को चिन्हित कर उन्हें अभियान में सक्रिय रूप से सहभागी बनाया जाएगा
बैठक में पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड के सदस्य सचिव प्रदीप डागर, नगर निगम गुरुग्राम के एडिशनल कमिश्नर जितेंद्र कुमार व महाबीर प्रसाद, जॉइंट कमिश्नर सुमित कुमार, विशाल व जयवीर यादव, वन संरक्षक सुभाष यादव, पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड से आकांशा तंवर, वन स्टेज के सीईओ प्रतिष कुमार पांडा, वरवेटा प्रोजेक्ट्स के सीईओ दुर्गेश शर्मा, वसुधा शर्मा व दीक्षा पटियाला सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।