Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 31 Dec, 2025 10:31 PM

बुजुर्ग महिला को नौ दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर लाखों रुपये की ठगी कर डाली। जालसाजों ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर महिला को गिरफ्तारी का डर दिखाया और उनके बैंक खातों से लाखों रुपये ट्रांसफर करवा लिए गए ।
गुड़गांव,(ब्यूरो): बुजुर्ग महिला को नौ दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर लाखों रुपये की ठगी कर डाली। जालसाजों ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर महिला को गिरफ्तारी का डर दिखाया और उनके बैंक खातों से लाखों रुपये ट्रांसफर करवा लिए गए । पुलिस ने शिकायत के आधार पर मंगलवार को साइबर थाना दक्षिण में मामला मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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सेक्टर-58 निवासी शशि दत्ता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 16 दिसंबर को उनके पास एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने दावा किया कि उनके नाम पर बैंक ऑफ बड़ौदा में एक अवैध खाता खोला गया है, जिसका उपयोग धनशोधन के लिए किया जा रहा है। जालसाजों ने महिला को डराने के लिए उन्हें दिल्ली क्राइम ब्रांच के हिरासत केंद्र में पेश होने को कहा। जब महिला ने अकेले होने और असमर्थता जताई, तो उन्हें ऑनलाइन जांच के नाम पर डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया। अपराधियों ने उन्हें धमकी दी कि यदि उन्होंने उनकी बात नहीं मानी, तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा, जहां उनकी उम्र को देखते हुए उनका बचना मुश्किल होगा। जालसाजों ने नौ दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा।
पीड़ित महिला के अनुसार ठगों के पास उनके आईसीआईसीआई और एचडीएफसी बैंक खातों की पूरी जानकारी पहले से मौजूद थी। डर और दबाव के कारण महिला ने कई किस्तों में बड़ी रकम जालसाजों के बताए गए खाते में ट्रांसफर की गई। पूरी प्रक्रिया के दौरान जालसाजों ने चालाकी से सभी रुपयों को उनके बताए खातों में ट्रांसफर करवाएं गए,ताकि उनको शक न हो।
थाना प्रभारी नवीन पराशर ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) (जालसाजी) और 319 (पहचान बदलकर ठगी) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब उन बैंक खातों और फोन नंबरों को ट्रैक कर रही है जिनका इस्तेमाल इस वारदात में किया गया था।