Edited By Manisha rana, Updated: 28 Jan, 2023 11:49 AM

उत्तर भारत में पिछले कई दिनों से लगातार पड़ रही कड़ाके की ठंड और कोहरे का असर फसलों पर भी पड़ा है भले ही गेहूं की फसल को ठंड का फायदा मिला...
अंबाला (अमन कपूर) : उत्तर भारत में पिछले कई दिनों से लगातार पड़ रही कड़ाके की ठंड और कोहरे का असर फसलों पर भी पड़ा है भले ही गेहूं की फसल को ठंड का फायदा मिला है लेकिन अधिकतर फसलों पर इस सूखी ठंड का असर भी देखने को मिला है। खासकर अंबाला जिले में अगर सब्जी की फसल की बात करें तो पौधे पीले पड़ने लगे हैं और पैदावार भी कम होने लगी है। ऐसे में कृषि विभाग ने किसानों को उनकी फसलों को कोहरे से बचाव के लिए सुझाव दिए हैं।
कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ने फसलों को कोहरे से बचाव के लिए दिए ये सुझाव
कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर गिरीश नागपाल ने बताया कि अबकी बार सर्दी का सीजन लंबा चला है और गेहूं की फसल को न्यूनतम तापमान चाहिए होता है वह पर्याप्त मात्रा में मिला। इसके अलावा अन्य फसलों को कोहरे से बचाने के लिए किसान फसल की हल्की सिंचाई करें वा जीरो प्वाइंट वन परसेंट सल्फर का छिड़काव करें। उन्होंने कहा कि आलू की ज्यादातर फसल कट चुकी है जिन किसानों के पास अभी फसल खड़ी है तो हल्की सिंचाई की सिफारिश की जाती है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हल्का तापमान बढ़ने के साथ गेहूं में येलो रस्ट आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में किसानों को ट्रॉपिकोनाजोल का छिड़काव करना चाहिए।
बता दें कि सरकार किसानों को समय पर सब्सिडी पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराती है। इस बारे जानकारी देते हुए नागपाल ने बताया कि अभी सरकार द्वारा अनुसूचित जाति के किसानों को 50 परसेंट सब्सिडी पर ट्रैक्टर दिए जा रहे हैं। धान के सीजन में सब्सिडी पर दिए गए संयंत्रों का निरीक्षण करने के साथ-साथ उनकी क्षमता और यूटिलिटी की भी जांच की जाती है।
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