Edited By Isha, Updated: 02 Feb, 2025 11:59 AM
हरियाणा के कैथल जिले के गांव ग्योंग निवासी कुख्यात बदमाश जोगिंद्र ग्योंग को फिलीपींस से भारत डिपोर्ट कर दिया गया है। वह पिछले दो सालों से अपनी पहचान बदलकर वहां कारोबार कर रहा था। जोगिंद्र
कैथल(जयपाल रसूलपुर): हरियाणा के कैथल जिले के गांव ग्योंग निवासी कुख्यात बदमाश जोगिंद्र ग्योंग को फिलीपींस से भारत डिपोर्ट कर दिया गया है। वह पिछले दो सालों से अपनी पहचान बदलकर वहां कारोबार कर रहा था। जोगिंद्र ग्योंग पर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में हत्या, फिरौती और अन्य संगीन अपराधों के मामले दर्ज हैं।
जोगिंद्र का बड़ा भाई सुरेंद्र ग्योंग साल 2018 में करनाल के गांव राहड़ा में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था। इसके बाद जोगिंद्र ने करनाल के जयदेव शर्मा की हत्या कर दी, क्योंकि उसे शक था कि जयदेव ने ही पुलिस को सूचना दी थी। इसके अलावा, उसने पानीपत में भी एक हत्या को अंजाम दिया। जोगिंद्र ग्योंग कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला को भी जान से मारने की धमकी दे चुका है। उसकी आपराधिक गतिविधियों के चलते पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, 2006 में कैथल के प्लाईवुड व्यापारी नरेंद्र अरोड़ा की हत्या के बाद जोगिंद्र दक्षिण अफ्रीका भाग गया था। साल 2007 में वहां की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर भारत को सौंप दिया था। कैथल सीआईए पुलिस को इंटरनेट के जरिए पता चला कि जोगिंद्र ग्योंग फिलीपींस में गिरफ्तार हुआ था। अब सरकारी एजेंसियां उसे भारत लाकर कानूनी कार्रवाई में जुट गई हैं। कैथल एसपी राजेश कालिया ने बताया कि आरोपी दिल्ली स्पेशल पुलिस की हिरासत में है और जल्द ही उसे हरियाणा एसटीएफ लेकर आएगी। कैथल में दर्ज मामलों की जांच की जाएगी और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कौन है जोगेंद्र ग्योंग?
जोगेंद्र ग्योंग हरियाणा में आतंक का पर्याय बन चुके गैंगस्टर सुरेंद्र ग्योंग का भाई है। सुरेंद्र को 2017 में करनाल पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। बताया जा रहा है कि सुरेंद्र के एनकाउंटर में मुखबिरी का शक करनाल के रहने वाले जयदेव पर था।जय देव 30 दिसंबर 2017 को पुलिस इंस्पेक्टर से रिटायर हुए अपनी पत्नी की मौसा जिले सिंह के रिटायरमेंट पार्टी में परिवार के साथ आया था।रिटायरमेंट स्थल पर करीब 150 मीटर दूर बदमाशों ने जयदेव को 13 गोलियां मार कर मौत के घाट उतार दिया था।
इस मामले में पुलिस ने जोगेंद्र, लाभ सिंह और उसके भाई सुशील और अन्य चार लोगों पर मामला दर्ज किया था।जयदेव को सुरेंद्र ग्योंग के एनकाउंटर के बाद गन का लाइसेंस मिला था। उसे पुलिस द्वारा सिक्योरिटी भी दी गई थी लेकिन उसने सिक्योरिटी लेने से इनकार कर दिया था। जयदेव की हत्या के बाद से ही जोगेंद्र फरार चल रहा था। लंबे समय के बाद पुलिस को सूचना मिली थी कि जोगेंद्र फिलीपींस में रह रहा है, जिसके बाद इंटरपोल की मदद से उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाई गई थी।