Edited By Saurabh Pal, Updated: 22 Aug, 2024 05:14 PM
हरियाणा में तेजी से उभरे जन नायक जनता दल को लगातार झटके लग रहे हैं। सत्ता से से बाहर होने के बाद जेजेपी में नेताओं का पतझड़ लग गया है। एक के बाद एक नेता पार्टी को अलविदा कह रहे हैं। इस बीच पार्टी आलाकमान से पहले से ही नाराज बताए जा रहे...
जींद(गुलशन चावला): हरियाणा में तेजी से उभरे जन नायक जनता दल को लगातार झटके लग रहे हैं। सत्ता से से बाहर होने के बाद जेजेपी में नेताओं का पतझड़ लग गया है। एक के बाद एक नेता पार्टी को अलविदा कह रहे हैं। इस बीच पार्टी आलाकमान से पहले से ही नाराज बताए जा रहे नरवाना विधायक राम निवास सूरजखेड़ा ने जेजेपी को अलविदा कह दिया है। सूरज खेड़ा ने जेजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने इस्तीफे में लिखा की पार्टी की गतिविधियां मेरी राजनीतिक विचारधारा के विपरीत हैं। इसलिए वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता व सभी दायित्वों से इस्तीफा देते हैं। जेजेपी से को अलविदा कहने के साथ ही उन्होंने विधायकी से भी इस्तीफा दे दिया है। सूरजखेड़ा ने अपना इस्तीफा हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता को भेज दिया है।
नरवाना से विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा को 2019 विधानसभा चुनाव में नरवाना के विधायक रही सभी से सबसे ज्यादा वोटों से जीतने वाले विधायक हैं। उन्होंने 30692 वोटों के अंतर से अपनी प्रतिद्वंद्वी रही भाजपा प्रत्याशी संतोष दनौदा को मात दी थी।
जननायक जनता पार्टी की खराब स्थिति के बीच नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा का इस्तीफा देना जजपा की मुश्किलें बढ़ा चुका है। इससे पहले भी पार्टी के चार विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है।नरवाना की राजनीति में बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है। विधायक रामनिवास का अगला कदम अभी पूर्ण रूप से स्पष्ट नहीं है, परन्तु उनके संकेत भारतीय जनता पार्टी से उनकी नजदीकियों को दर्शाते हैं।
विधायक रामनिवास ने कहा कि जननायक जनता पार्टी से वर्ष 2019 में विधायक चुने गए थे, परन्तु पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने नरवाना हल्के के विकास कार्यों में उनका सहयोग नहीं किया। इसी कारण आज मैंने जननायक जनता पार्टी से खुद को अलग किया है। इसके साथ ही विधानसभा सभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दिया है।
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