Edited By Yakeen Kumar, Updated: 06 Feb, 2025 07:19 PM
![kurukshetra father s pain reflected when his son was deported told story](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_19_19_020630695kurukshetra41-ll.jpg)
अमेरिका से भारत डिपोर्ट किए गए कई युवक कुरुक्षेत्र जिले से भी हैं। जिनमें चम्मु कलां गांव का खुशप्रीत सिंह भी शामिल है। खुशप्रीत के पिता मीडिया से बात करते हुए भावुक हो गए। रोते हुए उन्होनें बताया कि जिंदगी भर की कमाई और कर्ज से बेटे को भेजा था।
कुरुक्षेत्र (रणदीप रोड) : अमेरिका से भारत डिपोर्ट किए गए कई युवक कुरुक्षेत्र जिले से भी हैं। जिनमें चम्मु कलां गांव का खुशप्रीत सिंह भी शामिल है। खुशप्रीत के पिता मीडिया से बात करते हुए भावुक हो गए। रोते हुए उन्होनें बताया कि जिंदगी भर की कमाई और कर्ज से बेटे को भेजा था। अब बेटे को डिपोर्ट किए जाने पर पैसे भी डूब गए।
डोंकी रूट की जानकारी देते हुए खुशप्रीत ने कहा कि 23 अगस्त. 2024 में 45 लाख रूपये लगाकर एजेंट के जरिये अमेरिका गया था। जहां उन्हें पैसे के लिए कई प्रकार की यातनाएं दी गई। पनामा जंगल, समुंद्र जैसे खतरनाक रूट से अमेरिका में प्रवेश किया। वहां पहुंचते ही अमेरिकी सेना ने गिरफ्तार कर लिया। कई जगह अलग- अलग कैंपों में रखा गया। फिर अब बेलों से जकड़कर भारत में भेज दिया।
लगा दी जिंदगीभर की कमाई
खुशप्रीत के 57 वर्षीय पिता जसवंत सिंह ने कहा कि उन्होंने कभी भी नहीं सोचा था कि एजेंट उनके बेटे को डोंकी के जरिए भेजेगा। रोते हुए जसवंत सिंह ने कहा कि मैंनें जिंदगीभर की कमाई और कर्ज-उधार लेकर 45 लाख रूपये जुटाए थे। बेटे को इतनी तकलीफ दी गई वहीं अब बेटे की आने से पैसे भी डूबते नजर आ रहे हैं।
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