Edited By Gourav Chouhan, Updated: 17 Nov, 2022 02:44 PM

शिकायतकर्ता ने आरोपियों पर पी.एच.डी. की डिग्री से वंचित रखने, जबरदस्ती नौकरी से निकालने, कई दस्तावेजों पर जबरन हस्ताक्षर करवाने समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
कैथल(जयपाल): नीलम यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने यूनिवर्सिटी के विभागाध्यक्ष, रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक, डीएन रिसर्च व चांसलर के खिलाफ जाति सूचक शब्द कहने और मानसिक तौर पर परेशान करने पर मामला दर्ज कराया है। शिकायतकर्ता ने आरोपियों पर पी.एच.डी. की डिग्री से वंचित रखने, जबरदस्ती नौकरी से निकालने, कई दस्तावेजों पर जबरन हस्ताक्षर करवाने व झूठे मुकदमे में फंसाने समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं। यही नहीं शिकायतकर्ता ने आरोपियों पर उसे जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है।
प्रोफेसर का दावा रजिस्ट्रार पद से रिजाइन करने के लिए दबाव बनाया गया
थाना सदर पुलिस ने प्रोफेसर की शिकायत पर यूनिवर्सिटी के चांसलर सहित पांच अधिकारियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। हुडा सेक्टर 20 में रहने वाले विकास दीप कोहली ने पुलिस को शिकायत देकर बताया कि वह गांव क्योड़क की नीलम यूनिवर्सिटी में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हुआ था। यूनिवर्सिटी के सभी अधिकारी व कर्मचारी उसे जातिगत तौर पर जानते हैं। फिर भी यह लोग उसकी जाति के बारे में पता चलने पर उसे हीन भावना से देखने लगे। इन लोगों ने षड्यंत्र के तहत उसे पद से रिजाइन देने के लिए दबाव बनाया। इस कारण उसने 21 जून 2022 को रजिस्ट्रार पद से रिजाइन कर दिया। उसके बाद वह 16 अगस्त 2022 से लॉ डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है।
यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार पर भी लगाए गंभीर आरोप
पीड़ित प्रोफेसर ने बताया कि 10 अक्टूबर को उसने प्रोफेसर चित्रा मुद्गल से यूनिवर्सिटी में उसका पीएचडी का प्री सबमिशन रद्द होने का कारण पूछा। इस पर वह तैश में आए आ गई और बोली कि सभी एससी अंबेडकर बनेंगे क्या। आरोप है कि इसके बाद उन्होंने उसे कई जाति सूचक शब्द भी कहे। विकास का कहना है कि यूनिवर्सिटी के दूसरे अधिकारी भी वहां मौजूद थे और उसकी हां में हां मिला रहे थे। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने 20 अक्टूबर को उसे अपने कार्यालय में बुलाकर धमकाया और जबरदस्ती एक लेटर पर साइन करवा लिए। एसपी मकसूद अहमद ने कहा है कि पुलिस ने यूनिवर्सिटी के 5 अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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