Edited By Yakeen Kumar, Updated: 11 Feb, 2025 08:40 PM

हरियाणा में साल 2016 में हुए जाट आरक्षण आंदोलन में मुकदमें झेल रहे थे खोखरी गांव के 14 युवाओं को मिला 10 साल बाद इंसाफ मिला है। जिन्हें मंगलवार को जींद पूजा सिंगला की कोर्ट ने बरी कर दिया है।
जींद (अमनदीप पिलानिया) : हरियाणा में साल 2016 में हुए जाट आरक्षण आंदोलन में मुकदमें झेल रहे थे खोखरी गांव के 14 युवाओं को मिला 10 साल बाद इंसाफ मिला है। जिन्हें मंगलवार को जींद पूजा सिंगला की कोर्ट ने बरी कर दिया है।
कोर्ट से बरी हुए लोगों ने बताया कि साल 2016 में जाट आरक्षण आंदोलन केस में उनके गांव खोखरी के 14 युवाओं को झूठे केस में फंसा दिया गया। इस मुसीबत के समय एडवोकेट जसबीर ढुल ने निःशुल्क केस लड़कर हमारा साथ दिया था। जिस केस में आज 11 फरवरी को हमको कोर्ट के चक्करों से छुटकारा मिला।
काफी साल तक धंस रहा
उन्होंने बताया कि इस केस में युवा विद्यार्थी और युवा किसान थे। जब कोर्ट की तारीख आती थी तो पेश होने के लिए हरियाणा व अन्य राज्यों में काम कर रहे गांव के युवकों को आना स्पेशल आना पड़ता था। कोर्ट की तारीख की वजह से काफी युवाओ को रोजगार करने में मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा था। उन्होनें काफी साल तक इस केस का धंस झेला है। लेकिन आज कोर्ट के फैसले के बाद परिवार व खोखरी गांव में खुशी की लहर है।
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