Edited By Saurabh Pal, Updated: 10 Sep, 2024 07:23 PM
हरियाणा की सियासत में सतरंज की चाल जेजेपी ने चल दिया है। दरअसल भाजपा से टिकट कटने के बाद रणजीत चौटाला ने रनियां विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। वहीं रणजीत चौटाला ने डबवाली में पौत्र दिग्जिवज चौटाला को अपना समर्थन दिया
चंडीगढ़ः हरियाणा की सियासत में सतरंज की चाल जेजेपी ने चल दिया है। दरअसल भाजपा से टिकट कटने के बाद रणजीत चौटाला ने रनियां विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। वहीं रणजीत चौटाला ने डबवाली में पौत्र दिग्जिवज चौटाला को अपना समर्थन दिया है।
दिग्विजय चौटाला ने जेजेपी और एएसपी गठबंधन के साझा उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया है। वहीं इसी सीट पर इनेलो प्रत्याशी आदित्य देवीलाल ने भी नामांकन किया है। आदित्य देवीलाल और दिग्जविजय चौटाला दोनों रिश्ते में भाई हैं। हालांकि लड़ाई अब डबवाली सीट पर दिलचस्प हो गई है। क्योंकि सिरसा कभी पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल चौटाला का गढ़ हुआ करता था। हालांकि अब भी कुछ जगहों पर देवीलाल परिवार का सियासी वर्चस्व है, उनमें से डबवाली भी है। जिससे अब यह चुनावी जंग परिवारिक जंग के साथ विरासत की भी लड़ाई हो गई है।
रणजीत चौटाला को रनियां में समर्थन देने के बाद जेजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने कहा कि रणजीत सिंह के समर्थन से दिग्विजय मजबूत हो गए हैं। इसके साथ ही चौटाला ने कहा कि डबवाली में पोता और रानियां में दादा की जीत होगी।
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