Edited By Saurabh Pal, Updated: 24 Jun, 2024 04:04 PM
नूंह के गांव मेवली में गौ-टास्क फोर्स के इंचार्ज राधेश्याम ने बीते गो मांस के शक में एक महिला को उसके घर से उठा कर जेल भेज दिया। बताया जा रहा है कि इस दौरान महिला के साथ पुलिस कर्मियों द्वारा मारपीट भी की गई थी...
नूंह(अनिल मोहनिया): नूंह के गांव मेवली में गौ-टास्क फोर्स के इंचार्ज राधेश्याम ने बीते गो मांस के शक में एक महिला को उसके घर से उठा कर जेल भेज दिया। बताया जा रहा है कि इस दौरान महिला के साथ पुलिस कर्मियों द्वारा मारपीट भी की गई थी। पुलिस कार्यप्रणाली से स्थानीय लोगों में रोष है। जिसके कारण मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सोमवार को नूंह के दर्जनों समाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणियां से मुलाकात इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बकरा ईद के बाद मेवली गांव में एक महिला के घर पर फ्रिज में 2 किलो मीट रखा था, जिसको लेकर गौ-टास्क फोर्स इंस्पेक्टर राधेश्याम अपने स्टाफ के साथ महिला के घर पहुंच गए। पुलिस कर्मी घर में इधर उधर चेक करते हुए फ्रिज तक पहुंच गए। महिला की फ्रिज से मीट निकलते ही पुलिस ने लाठियों की बरसात कर दी। पुलिस को महिला ने बताया कि उक्त मीट भैंस का मीट है, जो कुर्बानी के बाद बचने पर उसे फ्रिज में रख दिया था। लेकिन इंस्पेक्टर राधेश्याम ने महिला की एक न सुनी और उसे मारते पीटते थाना ले आए। थाने में लाकर महिला पर मुकदमा दर्ज कर दिया। इसके बाद उसे मारपीट कर जेल भेज दिया।
समाजसेवी रमजान चौधरी एडवोकेट ने बताया कि मेवात के पुलिस कप्तान से मिलकर ऐसी निंदनीय घटना पर इंस्पेक्टर के लिए कार्रवाई की मांग की है। हमने मामले की जांच कर महिला के खिलाफ दर्ज किए झूठे मुकदमे को खारिज करने के साथ-साथ इंस्पेक्टर राधेश्याम के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। जिसने बगैर किसी महिला कांस्टेबल महिला को गिरफ्तार कर किया। इतना ही नहीं उसके साथ मारपीट भी की।
समाजसेवी हिदायत कमांडो ने कहा कि महिला की पिटाई के चलते जेल में तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद जेल कर्मियों ने उसे नूंह के मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया है, जहां पर उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। उन्होंने एसपी से मांग की है कि महिला का प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराया जाए और इसकी जांच कर कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
वहीं समाजसेवी आसिफ अली ने कहा कि एक घरेलू महिला के खिलाफ गोकशी का मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसकी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि मीट की जांच की जाए अगर गाय का मीट है तो महिला के पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए। महिला के खिलाफ किए गए दर्ज मुकदमे को खारिज किया जाए। उन्होंने कहा कि इस इंस्पेक्टर का हमेशा विवादों से नाता रहा है ये जहां भी गए हैं वहीं विवादों में रहे हैं।
वही मेवात पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया ने इस मामले की जांच नूंह की एडिशनल एसपी सोनाक्षी सिन्हा को सौंप दिया है। जिसकी 5 दिन में जांच कर उसकी रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणियां को सौंपी जाएगी।
फिलहाल जहां मेवात के नेता इस मामले को लेकर लगातार आईजी और एसपी से मिलकर इस मामले में पुलिस इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, वहीं मेवात के सामाजिक संगठन भी अब इस मामले में की गई पुलिस इंस्पेक्टर द्वारा बर्बरता की निंदा करते हुए मेवात पुलिस कप्तान से मिलकर इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अब मेवात की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोनाक्षी सिन्हा द्वारा 5 दिन में इस मामले की जांच कर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणियां को रिपोर्ट सौंपने का सभी को इंतजार है।
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