अरे वाह..! अब अस्पतालों में बनाए गए ‘हाइपोथर्मिया’ रुम, बढ़ती गर्मी को लेकर स्वास्थ्य विभाग के निर्देश

Edited By Nitish Jamwal, Updated: 27 May, 2024 02:03 PM

hypothermia rooms made in hospitals

पिछले कई दिनों से पड़ी रही भीषण गर्मी से जहां आम जनजीव अस्त व्यस्त हो गया है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग भी इसे लेकर अलर्ट हो चुका है।

चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी): पिछले कई दिनों से पड़ी रही भीषण गर्मी से जहां आम जनजीव अस्त व्यस्त हो गया है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग भी इसे लेकर अलर्ट हो चुका है। विभाग की ओर से आम जनता के अलावा हरियाणा के सभी सीएमओ को निर्देश जारी किए गए है। इतना ही नहीं हीटवेव के मरीज के लिए सभी सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में हाइपोथर्मिया रूम बनाने के भी निर्देश दिए गए है। हीटवेव को लेकर हमने हरियाणा के स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. रणदीप सिंह पुनिया से खास बातचीत की। 

स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ. पुनिया ने बताया कि हीटवेव को लेकर विभाग की ओर से मार्च के अंतिम और अप्रैल के पहले सप्ताह में ही जनता के लिए एडवाइजरी कर दी गई थी। इसके साथ ही हरियाणा के सभी सीएमओ को भी खास निर्देश दिए गए है। हीटवेव के मरीजों के लिए हरियाणा के सभी नागरिक अस्पतालों के इमरजेंसी वार्ड में हाइपोथर्मिया रूम बनाने के निर्देश दिए गए है। इस रूम को एसी लगाकर ठंडा किया जाता है और हीटवेव के मरीज को इसी रूम में रखा जाता है। इसके अलावा डी हाइड्रेशन होने पर सभी सीएमओ को आईवी फ्लूड और ओआरएस की कमी नहीं होने के भी निर्देश दिए गए है। इन सबके लिए विभाग की ओर से बजट भी जारी कर दिया गया है। 

इस समय ना निकले घर से बाहर

हरियाणा के स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. रणदीप सिंह पुनिया ने बताया कि आमतौर पर हीटवेव का असर सुबह 10 से 4 बजे या फिर 11 से 3 बजे तक होता है। इसलिए जनता को इस दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। यदि किसी जरूरी काम से कारण घर से बाहर जाना पड़ता है तो सिर ढककर और पूरी बाजू के कपड़े पहनकर ही बाहर निकलना चाहिए, क्यूंकि शरीर पूरी तरह से ढका होने पर ही हीटवेव से बचाव हो सकता है। इसके अलावा समय-समय पर पानी, शिकंजवी और लस्सी का सेवन करते रहना चाहिए। इसके अलावा पानी वाले फल भी खाते रहना चाहिए।

हीटवेव की चपेट में आने के लक्षण

डॉ. रणदीप सिंह पुनिया ने बताया कि हीटवेव के लक्षणों में तेज बुखार, दस्त लगना, जीभ सूखना और तेज सिरदर्द शामिल है। यदि किसी भी व्यक्ति को ऐसा कोई लक्षण नजर आता है तो उसे तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपनी जांच करवानी चाहिए।

हीटवेव की चपेट में आए कईं पुलिस कर्मी

स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ. रणदीप सिंह पुनिया ने बताया कि फिलहाल अभी तक हीटवेव का कोई बड़ा केस सामने नहीं आया है। अलबत्ता चुनाव के दौरान कुछ पुलिस कर्मी और धूप में खड़े रहने वाले कर्मचारी जरूर इसकी चपेट में आए थे, लेकिन उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया था। डॉ. पुनिया ने बताया कि हीटवेट के कारण हरियाणा में अभी तक कोई मौत नहीं हुई है।

हीटवेव के अलावा हो सकती हैं ये बीमारियां

स्वास्थ्य  विभाग हरियाणा के महानिदेशक डॉ. पुनिया ने बताया कि इस मौसम में हीटवेव के अलावा कईं अन्य बीमारियां भी हो सकती है। मसलन गली, कटी और सडी सब्जी खाने से डायरिया होने के साथ उल्टी भी लग सकती है। इसलिए ताजी सब्जी लेकर उसे अच्छे से धोने के बाद ही बनाना चाहिए। इसके अलावा अपने आसपास कहीं पर भी पानी को इकट्ठा नहीं होने से, क्योंकि पानी इकट्ठा होने से मच्छर पनपता है, जोकि बीमारी का कारण बनता है। इसके साथ ही इंसान को इस मौसम में चरम रोग भी हो सकता है। जैसे पूरी बाजू के कपड़े नहीं पहनने से तवचा झुलस सकती है। साथ ही पसीना आंख में जाने पर इंफेक्शन हो सकती है। 

CMO को करते हैं अलर्ट

डॉ. पुनिया ने बताया कि विभाग की ओर से पूरे मामले की मॉनिटरिंग के लिए एक डिप्टी डायरेक्टर की ड्यूटी लगाई गई है, जो रोजाना पूरे हरियाणा की रिपोर्ट लेते हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार की ओर से भी आईडीएसपी पोर्टल पर भी रोजाना पूरा डाटा अपलोड किया जाता है। साथ ही हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी कहीं पर भी डायरिया और बुखार के अधिक मरीज मिलने पर तुरंत वहां के सीएमओ को अलर्ट किया जाता है और उसके बाद संबंधित जिले से स्वास्थ्य विभाग की टास्क फोर्स या फिर रैपिड रिस्पान्स टीम को वहां भेजा जाता है।
 

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