Edited By Deepak Kumar, Updated: 21 Jan, 2025 04:28 PM
हरियाणा के पलवल स्थित बघोला में बना श्री सत्य साईं संजीवनी इंटरनेशनल सेंटर फॉर चाइल्ड हार्ट केयर सेंटर है। जहां एक भी कैश काउंटर नहीं है। यहां किसी भी चीज के लिए पैसे नहीं देने पड़ते।
पलवल (दिनेश कुमार): जन्म से ही दिल की गंभीर बीमारियों के साथ पैदा होने वाले बच्चों के लिए देश में एक ऐसा भी अस्पताल है जो वरदान साबित हो रहा है। इस अस्पताल में न केवल बीमार बच्चों के लिए दवाएं, इलाज, जांच और सर्जरी सभी मुफ्त में उपलब्ध कराई जाती हैं, बल्कि बीमार बच्चे को इलाज के लिए लाने वाले माता-पिताओं और परिजनों के रहने और खाने का इंतजाम भी करता है। खास बात है कि इस अस्पताल में एक भी कैश काउंटर नहीं है। यहां किसी भी चीज के लिए पैसे नहीं देने पड़ते। यहां सभी व्यवस्थाएं निशुल्क हैं. यह अस्पताल हरियाणा के पलवल स्थित बघोला में बना श्री सत्य साईं संजीवनी इंटरनेशनल सेंटर फॉर चाइल्ड हार्ट केयर सेंटर है।
आंकड़े बताते हैं कि अपने देश में हर साल दो लाख 40 हजार नवजात बच्चे हृदय संबंधी बीमारियों के साथ पैदा होते हैं। चूंकि बच्चों के होने के कारण इसकी जानकारी देरी से मिल पाती है। ऐसे में कुछ ही समय में यह गंभीर हो जाता है। लिहाजा ज्यादातर मामलों में विशेषज्ञों के द्वारा इलाज और सर्जरी की जरूरत पड़ती है। वहीं, ग्रामीण इलाकों में जागरूकता की कमी, आर्थिक रूप से कमजोर स्थिति और डॉक्टरों तक पहुंच कम होने के कारण ज्यादातर बच्चों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता। निजी अस्पतालों में दिल की बीमारियों के इलाज का खर्च में इलाज में बाधा बनता है। ऐसे में ये अस्पताल काफी राहत देने वाला है।
संजीवनी अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. सी श्रीनिवास ने बताया कि भारत में इसी तरह के दो और अस्पताल भी जन्मजात हृदय रोगों से पीड़ित बच्चों के लिए काम कर रहे हैं। इनमें से एक रायपुर और दूसरा महाराष्ट्र के नवी मुंबई में है। श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल पलवल में दिल के रोगों से संबंधित सभी आधुनिक और बेहतरीन किस्म की मशीन और उपकरण मौजूद हैं। यहां तक कि जो सुविधाएं इस अस्पताल में हैं ऐसी कई सुविधाएं मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों में भी नहीं हैं। यहां भारत के किसी भी कोने से मरीज आ सकते हैं, सभी को इलाज दिया जाता है। यहां इनवेसिव और नॉन इनवेसिव (कैथ हस्तक्षेप) दोनों ही प्रकार की सर्जरी की जाती हैं।
श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में निशुल्क किया गया इलाजः मरीज
वहीं, अस्पताल में इलाज के लिए तारा ने बताया कि उत्तराखंड के रहने वाले है। उनकी बेटी के दिल में छेद था जिसका इलाज श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में निशुल्क किया गया है। यह अस्पताल हृदय रोगियों को जीवनदान देने के लिए सराहनीय कार्य कर रहा है। एक ओर बिहार से अपनी बेटी का इलाज कराने आई महिला ने बताया कि उनकी बेटी के दिल में छेद था इसके इलाज के लिए यहां आए है। यह बेहतर ढंग से इलाज किया जा रहा है। किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। इसके अलावा पीडित मोहम्मद यूनुस ने बताया कि हार्ट की बीमारी के बारे में पता चला उसके बाद यहां आकर अपना इलाज शुरू किया। यहां पर फ्री में इलाज किया जा रहा है।
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